रांची: राजधानी रांची सहित पूरे राज्य में कड़ाके की ठंड पड़ रही है. रांची सहित कई जिलों में शीतलहर की स्थिति बनी हुई है तो वहीं लोहरदगा का न्यूनतम पारा 3.1℃ तक गिर गया है. हाड़ कंपा देने वाली इस ठंड से जहां आम जनजीवन पर बुरा असर पड़ा है वहीं रांची के भगवान बिरसा मुंडा चिड़ियांघर के पशु पक्षी भी परेशान हैं.
जू-प्रबंधन की ओर से इस सर्द मौसम में जू के पशु-पक्षियों का स्वास्थ्य बनाए रखने के लिए उनके खानपान से लेकर आवास तक में बदलाव किए गए हैं. बाघिन अनुष्का, ताप्ती के लिए ब्लोअर की व्यवस्था की गई है तो छोटे सम्राट हाथी के लिए सुबह शाम अलाव की व्यवस्था की गयी है.
चिड़ियांघर के मुख्य पशु चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. ओम प्रकाश साहू ने बताया कि कड़ाके की ठंड की वजह से चिड़ियांघर के पशु-पक्षियों के आवास को गर्म बनाये रखने के लिए विशेष व्यवस्था की गई है वहीं उनके खान पान में भी मौसम के अनुसार बदलाव किये गए हैं.
ब्लोअर से दी जा रही है गर्मी
डॉ. ओमप्रकाश साहू ने बताया कि बाघिन अनुष्का, ताप्ती, कृष्णा, हिमांशी, गौरी, बाघ जावा और मल्लिका के साथ शेरनी सबरी, शेर अभय, हथिनी लखी एवं हाथी छोटा सम्राट के साथ-साथ तेंदुआ प्रकाश, हरि, रिंकी, वैदेही और ज्योति के लिए ब्लोअर लगाया गया है ताकि बाड़े में गर्मी बनी रहे.
हाथी-हथिनी के लिए अलाव की व्यवस्था
रांची के बिरसा जू के मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. ओम प्रकाश साहू ने बताया कि हाथी छोटा सम्राट और हथिनी लखी के लिए अलाव की व्यवस्था की गई है. इसके साथ-साथ दोनों हाथियों को रोज सरसों का तेल लगाया जा रहा है.
पशु पक्षी को सर्द हवाओं से बचाये रखने की विशेष व्यवस्था
डॉ. ओम प्रकाश ने बताया कि जू में रहने वाले पक्षियों और शाकाहारी पशुओं को ठंड से बचाने के लिए बोरे का चट लगाया गया है.
मांसाहारी पशुओं को आहार में दो-दो अंडे दिए जा रहे हैं
डॉ. ओम प्रकाश साहू ने बताया कि सर्द मौसम में मांसाहारी पशुओं के आहार बढ़ाये गए हैं. प्रति जानवर प्रति दिन एक किलो मांस बढ़ाया गया है. वहीं उन्हें रोज दो- दो अंडे और मल्टी विटामिन दिए जा रहे हैं. शाकाहारी पशु-पक्षियों को हर दिन मल्टी विटामिन, कुछ जानवरों के शरीर में गर्मी बनाये रखने के लिए महुआ दिया जा रहा है.
2026 के स्वागत के लिए तैयार है बिरसा मुंडा जू
रांची का बिरसा मुंडा जू इन दिनों सैलानियों से गुलजार है. सर्द मौसम के बावजूद बड़ी संख्या में लोग वर्ष 2025 की विदाई को यादगार बनाने के लिए जू पहुंच रहे हैं. वहीं बच्चों में खासा उत्साह देखा जा रहा है. जू प्रबंधन द्वारा नए वर्ष के आगमन को लेकर भी जोरशोर से तैयारियां की जा रही हैं. 1 जनवरी को काफी अधिक संख्या में लोगों के चिड़ियाघर पहुंचने की संभावना को देखते हुए बड़ी संख्या में वॉलंटियर की तैनाती जगह-जगह पर की जाएगी.
