क़तर में काम कर रहे भारतीय नौसेना के आठ रिटायर्ड अधिकारियों के परिवारों को आज भी उनके घर लौटने का इंतज़ार है, कमांडर (रिटायर्ड) पूर्नेंदु तिवारी, कैप्टेन (रिटायर्ड) नवतेज सिंह गिल, कमांडर (रिटायर्ड) बीरेंद्र कुमार वर्मा, कैप्टेन (रिटायर्ड) सौरभ वशिष्ठ, कमांडर (रिटायर्ड) सुग्नाकर पकाला, कमांडर (रिटायर्ड) अमित नागपाल, कमांडर (रिटायर्ड) संजीव गुप्ता, और सेलर रागेश क़तर में दाहरा ग्लोबल टेक्नॉलजीज़ एंड कंसल्टेंसी नाम की निजी कंपनी में काम करते थे, दो परिवारों के मुताबिक़ उन्हें बताया गया कि 30 अगस्त को क़तर के अधिकारी सभी आठ भारतीयों को ले गए और उन्हें सॉलिटरी कन्फ़ाइनमेंट में भेज दिया, ऐसा करने की क्या वजह थी, ये अभी तक पता नहीं चल पाया है, क़तर के गवर्नमेंट कम्युनिकेशंस ऑफ़िस, आंतरिक मंत्रालय और विदेश मंत्रालयों को भेजे गए ईमेल का कोई जवाब नहीं मिला, क़तर मध्य-पूर्व के सबसे अमीर देशों में से एक है, हाल ही में वहाँ फ़ुटबॉल विश्व कप का आयोजन हुआ, लेकिन वहाँ मानवाधिकार की हालत पर लगातार सवाल उठते रहे हैं और वहाँ का मीडिया सरकार की आलोचना करने से बचता है।