राजस्थान के बूंदी जिले से ट्रक हादसे का वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है। शुक्रवार देर रात राष्ट्रीय राजमार्ग पर दौड़ता यह ट्रक आग का गोला बन गया। चालक व परिचालक ने चलते हुए ट्रक से नीचे कूदकर जान बचाई, घटना नैनवां के रजवावता गांव के पास हुई है। थाना अधिकारी सुभाषचन्द्र शर्मा ने बताया कि राजस्थान से गुजर रहे एनएन 148 डी पर एक ट्रक मध्यप्रदेश के राजधानी भोपाल से हरियाणा जा रहा था। ट्रक खाली था। गांव रजवावता के पास अचानक ट्रक के कैबिन में आग लग गई। देखते ही देखते पूरा ट्रक आग का गोला बन गया। ट्रक चालक नंदलाल के अनुसार आग सबसे पहले ट्रक के कैबिन में लगी। ट्रक का इंजन काफी गर्म हो गया था। इसकी वजह से शॉर्ट सर्किट हो गया, जो आग का कारण बना। आग लगते देख चालक नंदलाल व परिचालक ट्रक से नीचे कूद गए और जान बचाई। सड़क किनारे खड़े ट्रक में आग लगते देख आस पास के लोगों ने दमकल को सूचना दी। दमकलकर्मी चेतन, विशाल व राजेश मौके पर पहुंचे और आग बुझाने में जुटे। इस दौरान लोगों ने जलते हुए ट्रक का वीडियो बना लिया, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। दमकलकर्मियों ने आग पर काबू पाया तब तक ट्रक जल चुका था। इंटरनेट पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार इंजन में पेट्रोल या डीजल पहुंचने के कारण रासायनिक ऊर्जा ताप ऊर्जा में बदलती है। इस वजह से इंजन गर्म हो जाता है। इंजन में तेल को जितना उच्च तापमान पर जलाया जाए उसकी दक्षता उतनी ही ज्यादा होगी। इंजन उतना ही ज्यादा गर्म होगा। डीजल इंजन हमेशा पेट्रोल इंजन से ज्यादा गर्म रहते हैं। विज्ञान की भाषा में समझें तो पेट्रोल इंजन का तापमान 250-300℃ के आस-पास रहता है। साथ ही सारी की सारी ताप ऊर्जा वाहन के गतिक ऊर्जा में नहीं बदल पाती है। औसतन केवल 35% ही बदलाव हो पाता है। 65% ताप ऊर्जा बर्बाद हो जाती है। इसी ऊर्जा का एक भाग एग्जॉस्ट से निकल जाता है और एक भाग इंजन के चैंबर को और गर्म कर देता है।