बालोद: बालोद जिले के गुंडरदेही ब्लॉक अंतर्गत ग्राम कुरदी के ग्रामीणों और पंचायत ने संयुक्त रूप से एक ऐसा फैसला लिया है, जो अन्य पंचायतों के लिए प्रेरणादायक है। उन्होंने युवाओं को नशे से बचाने और उन्हें गलत रास्ते पर जाने से रोकने के लिए कई कठोर फैसले लिए हैं। ग्राम पंचायत ने फैसला लिया है कि अगर कोई व्यक्ति गांव में अवैध शराब बेचता हुआ पाया जाएगा, तो उस पर 10 हजार रुपए का जुर्माना लगाया जाएगा।वहीं अवैध शराब खरीदने वाले को 15 हजार रुपए जुर्माना भरना होगा। कुछ दिनों पहले गांव में बैठक का भी आयोजन किया गया था, जिसमें पंचायत के प्रतिनिधि और गांव के लोग शामिल हुए थे। इस बैठक में अवैध शराब और जुए-सट्टे को लेकर नियम बनाए गए थे। वहीं एक दिन पहले भी बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें 14 ऐसे लोग जो गांव में अवैध शराब का विक्रय करते हैं, उन्हें चिन्हित कर उनसे 2500 रुपए का अर्थदंड लिया गया। इन पैसों को गांव के विकास में लगाया जाएगा। उन्हें आगे से ऐसा नहीं करने की समझाइश भी दी गई। यहां तक कि शराब पीने वालों की सूचना देने वाले को 500 रुपए की प्रोत्साहन राशि गुप्त रूप से दी जाएगी।बैठक आयोजित कर अवैध शराब बिक्री करने वालों पर लगाया गया जुर्माना।गांव में 21 जगहों पर लगाया गया CCTV कैमराकुरदी गांव में 21 जगहों पर सीसीटीवी कैमरा भी लगाया गया है, ताकि अवैध कामों की मॉनिटरिंग हो सके। इसके साथ ही सार्वजनिक जगहों पर शराब पीने पर 1000 रुपए दंड का प्रावधान और जुआ सट्टा खेलने पर 50 हजार रुपए जुर्माने का प्रावधान रखा गया है। गांव में साफ-सफाई पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। डिस्पोजल और प्लास्टिक के कचरे दिखने बंद हो गए हैं।जगह-जगह लगाए गए सीसीटीवी कैमरे।गांववालों ने बनाए नियम-कायदेबालोद जिले के ग्राम कुरदी में ग्रामीणों और पंचायत प्रतिनिधियों के इन नियमों से उम्मीद है कि हालात काफी सुधरेंगे। बालोद जिला मुख्यालय से 20 किलोमीटर की दूरी पर कुरदी गांव बसा है। यहां की आबादी 1700 है। नियम बनने के बाद यहां ना तो अवैध रूप से शराब बिकती है और ना ही खुले में लोग शराब पीते हैं। रुपया-पैसे का दांव लगाकर जुआ खेलने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है।सीसीटीवी कैमरों से निगरानी।4 महीने पहले तक गांव में अवैध शराब बिक्री थी जोरों पर4 महीने पहले तक कुरदी गांव का हाल बेहद खराब था। यहां शराब की दुकानों में शराबियों का जमावड़ा लगा रहता था। गांव में अवैध शराब की बिक्री भी बड़े पैमाने पर थी। शराब पीने के बाद गांव में विवाद भी बहुत होता था। इसे लेकर गांववाले परेशान थे, वहीं बहू-बेटियों का घर से बाहर निकलना मुश्किल था। गांव के युवा भी गलत रास्ते पर जा रहे थे। जिसके बाद इसी साल जुलाई माह में ग्रामीणों और ग्राम विकास समिति के सदस्यों की मौजूदगी में पंचायत में एक बैठक आयोजित हुई थी और उसमें ये फैसला हुआ था कि अब गांववाले खुद यहां के लिए अपने नियम-कायदे बनाएंगे, जिसे सबको मानना होगा। अब लगभग साढ़े 4 महीने के बाद इन फैसलों का सकारात्मक असर भी दिखाई दे रहा है।कुरदी ग्राम पंचायत कार्यालय।जुआ-सट्टा खेलने वालों पर नकेलगांव के वरिष्ठ नागरिक केशव राम साहू ने जानकारी देते हुए बताया कि युवा पीढ़ी जुआ-सट्टा खेलती है, जिससे उनकी जिंदगी बर्बाद हो रही है। इस पर लगाम लगाने के लिए हमने यह फैसला लिया है कि कोई भी व्यक्ति जो जुआ-सट्टा खेलता है, तो उनसे 50 हजार रुपए का अर्थदंड लिया जाएगा। इसके बाद से गांव में काफी बदलाव देखने को मिल रहा है। पूरे जिले सहित अन्य जिलों में भी इस गांव की चर्चा बनी हुई है।
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