Indian Railway Hory: आज हम आपको रेलवे के बारे में कुछ ऐसे ही इंटरेस्टिंग फैक्ट बताने जा रहे हैं जिनके बारे में आपने शायद ही सोचा होगा
Indian Railway Station Hory: इंडियन रेलवे की ट्रेन में आपने भी कभी न कभी तो सफर किया होगा. पर कई चीजें ऐसी होती हैं जिनके बारे में सवाल तो हमारे मन में आते हैं लेकिन हम उन्हें इग्नोर कर देते हैं. आज हम आपको रेलवे के बारे में कुछ ऐसे ही इंटरेस्टिंग फैक्ट बताने जा रहे हैं जिनके बारे में आपने शायद ही सोचा होगा.
क्या आप जानते हैं कि देश का पहला रेलवे स्टेशन कहां है और वह कब बनाया गया था. तो हम आपको बता देते हैं. भारत का पहला रेलवे स्टेशन मुंबई का बोरीबंदर था. जिसे “Great Indian Peninsular Railway” ने बनाया था. इस स्टेशन को साल 1888 में “विक्टोरिया टर्मिनस” के रूप में फिर से बनाया गया.
दो राज्यों में बंटा रेलवे का ये स्टेशन, आधा महाराष्ट्र में तो आधा गुजरात में
भारतीय रेलवे (Indian Railways) का इतिहास काफी पुराना है. रेलवे की कई ऐसी रोचक बातें हैं, जिनके बारे में कम ही लोगों को जानकारी है. क्या आप जानते हैं कि देश में एक ऐसा रेलवे स्टेशन भी है, जो दो राज्यों में स्थित है. दरअसल, पश्चिम रेलवे की सूरत-भुसावल लाइन पर नवापुर रेलवे स्टेशन है. जो दो राज्यों में बंटा है. नवापुर रेलवे स्टेशन का आधा हिस्सा महाराष्ट्र में और आधा गुजरात में पड़ता है.
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने खुद इस रेलवे स्टेशन के बारे में ट्वीट करके भी जानकारी दी है. रेल मंत्री ने कहा, क्या आप जानते हैं कि देश में एक रेलवे स्टेशन ऐसा भी है जो दो राज्यों में स्थित है? सूरत-भुसावल लाइन पर नवापुर एक ऐसा स्टेशन है, जहां स्टेशन के बीचों-बीच दो राज्यों की सीमाएं लगती हैं. इसलिए इस स्टेशन का आधा भाग गुजरात में, तो शेष आधा महाराष्ट्र में है.
बता दें कि जब नवापुर स्टेशन बना था तब महाराष्ट्र और गुजरात का बंटवारा नहीं हुआ था. उस वक्त नवापुर स्टेशन संयुक्त मुंबई प्रांत के अंतर्गत आता था. जब मुंबई प्रांत का बंटवारा हुआ था तो नवापुर स्टेशन दो राज्यों महाराष्ट्र और गुजरात में बंट गया. तब से इस स्टेशन की अपनी एक अलग ही पहचान है.
दो राज्यों में बंटे नवापुर रेलवे स्टेशन पर चार अलग-अलग भाषाओं में कोई भी सूचना रेल यात्रियों को दी जाती है. हिंदी, अंग्रेजी, गुजराती और मराठी में अनाउंसमेंट होता है, जिससे महाराष्ट्र और गुजरात दोनों राज्यों से आने जाने वाले यात्रियों को आसानी से समझ में आ सके
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