बिजनौर: बिजनौर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुयी प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना की जिला स्तरीय समिति की बैठक में डीएम ने ई-लाटरी के माध्यम से लाभार्थियों का चयन किया। योजना मुख्य उद्देश्य मत्स्य विकास, उत्पादन में वृद्वि व मत्स्य पालकों की आय को दोगुना करना-लाभपरक है।दरअसल आज बिजनौर जिलाधिकारी उमेश मिश्र ने कलेक्ट्रेट स्थित महात्मा विदुर सभागार में प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना अन्तर्गत जिला स्तरीय समिति की बैठक आयोजित हुई। जहां डीएम ने बताया कि मछली पालन, योजना में अनुदान की समुचित व्यवस्था की है।डीएम बोले- योजना बहुत ही कारगरबैठक में डीएम ने कहा कि योजना में अनुदान की समुचित व्यवस्था है। योजना लाभपरक है। योजना में कोई भी आवेदन कर सकता है। किसानों, युवाओं को योजना से जोड़ने व उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए भी कहा।कुल 17 योजनाएं चल रही हैंइस मौके पर सहायक निदेशक मत्स्य हरिश चन्द्र वर्मा ने बताया कि प्रधानमंत्री मत्स्या सम्पदा योजना में निजी भूमि पर तालाब निर्माण, रियरिंग तालाब निर्माण, बायोफ्लाक तालाब निर्माण, लघु व वृहद रि-सर्कुलेटरी एक्वाकल्चर सिस्टम, मोटर साईकिल विद आईस बाक्स, साईकिल विद आईस बाक्स, थ्री-व्हीलर विद आईस बाक्स सहित 17 योजनाएं संचालित है।ये सभी लोग मौके पर रहे मौजूदइस अवसर परियोजना निदेशक डीआरडीए ज्ञानेश्वर तिवारी, जिला पंचायत राज अधिकारी, अधिशासी अभियन्ता सिचाई विभाग, प्रगतिशील मत्स्य पालक मुनेश चन्द्र शर्मा सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारीगण उपस्थित रहे।
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