अमेरिका का कहना है कि शनिवार को ईरान की ओर से किया गया सैटेलाइट रॉकेट का परीक्षण एक महत्वपूर्ण चिंता का विषय है, अमेरिका के विदेश विभाग ने कहा कि परीक्षण ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के उस प्रस्ताव का उल्लंघन किया जिसमें ईरान को बैलिस्टिक मिसाइलों से संबंधित कोई भी गतिविधि करने पर रोक लगाई गई है, जो परमाणु हथियार के इस्तेमाल में सक्षम हों, ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने कहा कि ये रॉकेट टेलीकम्यूनिकेशन सैटेलाइट को पृथ्वी की सतह से लगभग पांच सौ किलोमीटर की दूरी पर कक्षा में स्थापित करेगा, ईरान और पश्चिमी देशों के बीच परमाणु समझौते को लेकर चल रही बातचीत फिलहाल रुकी हुई है, ताकि ईरान के परमाणु गतिविधियों पर अंकुश लगाने के बदले उस पर लगे प्रतिबंधों में ठील दी जा सके, शनिवार को ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने सैटेलाइट रॉकेट का परीक्षण किया, ईरान के इस क़दम को अमेरिका ने ‘ग़ैरज़रूरी और अस्थिर करने वाला’ बताया है, अमेरिका का मानना है कि जिस बैलिस्टिक तकनीक का इस्तेमाल सैटेलाइट को कक्षा में स्थापित करने के लिए किया गया है उसका इस्तेमाल परमाणु हथियारों को भी लॉन्च करने के लिए किया जा सकता है, हालांकि ईरान का कहना है कि उसका ऐसा कोई इरादा नहीं है।