रायपुर: छत्तीसगढ़ के शहरी क्षेत्रों में अब बच्चों का आधार कार्ड बनवाने के लिए सेवा केंद्र नहीं जाना पड़ेगा। आधार सेवा से जुड़े लोग खुद घर आकर यह कार्ड बना देंगे। यह सुविधा मुख्यमंत्री मितान योजना के तहत दी जानी है। राज्य स्थापना दिवस एक नवम्बर से इस योजना में आधार की यह नई सेवा भी जोड़ दिया गया है। यह सुविधा केवल पांच साल तक के बच्चों के लिए उपलब्ध होगी।अधिकारियों ने बताया, नागरिकों को आवश्यक सेवायें घर पर ही उपलब्ध कराने के लिये मुख्यमंत्री मितान योजना शुरू की गई थी। इस योजना की सफलता को देखते हुए एक नवंबर से इसमें एक और सेवा को जोड़ा जा रहा है। इस योजना के तहत अब 5 वर्ष तक के बच्चों का आधार मितान के जरिए घर आकर बनाया जाएगा। टोल फ्री नंबर 14545 पर कॉल कर अपनी सुविधानुसार अपॉइंटमेंट बुक किया जा सकता है।आवेदक के बताए तारीख पर मितान बच्चे का आधार पंजीकरण करने आएंगे। पंजीकरण प्रक्रिया पूर्ण होने के कुछ ही दिनों में बच्चे का आधार आवेदक के घर के पते पर पहुंच जाएगा। मुख्यमंत्री मितान योजना को फिलहाल प्रदेश के 14 नगर निगमों में शुरू किया गया है। बाद में प्रदेश के सभी नगरीय निकायों में इसे लागू किया जाना है। इस योजना में अब तक जन्म प्रमाण-पत्र, मृत्यु प्रमाण-पत्र, विवाह प्रमाण-पत्र, जाति प्रमाण-पत्र, निवास प्रमाण-पत्र जैसे जरूरी सेवाएं घर बैठे मिल रही हैं।आधार पंजीयन के लिए यह दस्तावेज लगेगापांच वर्ष तक के बच्चों का आधार बनाने के लिए राशन कार्ड, सीजीएसएस/ स्टेट गवर्नमेंट/ ईसीएचएस/ ईएसआईसी /मेडिकल कार्ड, आर्मी कैंटीन कार्ड, पासपोर्ट, बर्थ सर्टिफिकेट, राज्य अथवा केंद्र सरकार से जारी परिवार से संबंधित दस्तावेज लगेगा।बच्चों का आधार बनने से यह फायदाछोटे बच्चों का आधार बनाने से यह एक डिजिटल फोटो पहचान के रूप में भी काम आता है। इसके अतिरिक्त पासपोर्ट, पैन कार्ड, बैंक खाता के लिए भी आधार कार्ड उपयोगी रहेगा। बच्चों के आधार पंजीयन के समय माता, पिता में से किसी एक का आधार नंबर और बायोमेट्रिक अनिवार्य होगा।
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