गुजरात के मोरबी पुल हादसे में पुलिस ने आरोपियों पर कार्रवाई शुरू कर दी है। सोमवार को पुल का रखरखाव करने वाली ओरेवा कंपनी के 9 कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया है। इसमें कंपनी के दो मैनेजर, हाल ही में ब्रिज की रिपेयरिंग करने वाले दो कॉन्ट्रैक्टर, दो टिकट क्लर्क और तीन सिक्योरिटी गार्ड शामिल हैं। राजकोट रेंज के आईजी अशोक कुमार ने शाम को प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि 50 लोगों की टीम मामले की जांच में जुटी है। पत्रकारों ने उनसे सवाल किया कि इस हादसे के लिए जिम्मेदार बड़े लोगों को कब गिरफ्तार किया जाएगा। इस सवाल पर आईजी ने कहा- अभी तक जिनकी भूमिका सामने आई उन्हें गिरफ्तार किया गया। जैसे-जैसे नाम सामने आते जाएंगे और गिरफ्तारियां होती जाएंगी। पुलिस ने मामले में ओरेवा कंपनी का मैनेजर, दो टिकट क्लर्क, रिपेयरिंग करने वाले कॉन्ट्रैक्टर समेत 9 लोग गिरफ्तार किया। 50 लोगों की टीम मामले की जांच में जुटी है। मामले में धारा 304, 308 और 114 के तहत केस दर्ज किया गया है। 26 अक्टूबर को बिना फिटनेस सर्टिफिकेट के खोला गया था सस्पेंशन पुल।फोरेंसिक सूत्र के अनुसार, ब्रिज का पुराना केबल भारी दबाव के कारण टूटा। PM मोदी मंगलवार दोपहर बाद मोरबी जाएंगे। मोरबी हादसे में मारे गए लोगों का पोस्टमॉर्टम नहीं किया जाएगा। ये फैसला गुजरात सरकार ने लिया है।राजकोट के भाजपा सांसद मोहनभाई कुंडारिया के परिवार के 12 लोग हादसे में मारे गए। हेल्पलाइन नंबर 02822243300) जारी। मोरबी और राजकोट हॉस्पिटल में इमरजेंसी वार्ड बना।