बढ़ रही आय; नौ माह में प्रदेश के 29 सी-मार्ट से 70 लाख रु. के दोना-पत्तल, साबुन, तेल और सैनेटाइजर बेचे
रायपुर: ग्रामीण उत्पादों को बाजार उपलब्ध कराने के लिए खोले गए सी- मार्ट में अब तक 70 लाख रुपए का कारोबार हुआ है।पिछले नौ माह में राज्य के विभिन्न जिलों में 29 सी- मार्ट खोले गए हैं। ग्रामीण उत्पादों को बाजार उपलब्ध कराने के लिए खोले गए सी- मार्ट में अब तक 70 लाख रुपए का कारोबार हुआ है। बस्तर संभाग के जिलों में सर्वाधिक कारोबार हुआ है लेकिन राजनांदगांव और दुर्ग जैसे मैदानी इलाकों के सी- मार्ट में अच्छा कारोबार हुआ है। दरअसल, सी- मार्ट के कारोबार में कोरोना का भी असर रहा। कोरोना के कारण पिछले नौ माह में सी- मार्ट में सबसे ज्यादा कारोबार महुआ सेनिटाइजर और मास्क का हुआ।महुआ सेनिटाइजर से लगभग पांच लाख की कमाई हुई, जबकि मास्क से लगभग 3 लाख की कमाई हुई। इसके बाद क्रमश: एलोवेरा साबुन, स्लीपर, दोना पत्तल और सरसो तेल की बिक्री हुई है। राज्य सरकार अब इन उत्पादों को लोकप्रिय बनाने के लिए मार्केटिंग की रणनीति पर काम कर रही है। आने वाले समय में सरकार इसके प्रचार- प्रसार के लिए सोशल मीडिया प्लेटफार्म का भी उपयोग करेगी।जशपुर जिले में सर्वाधिक 31 लाख का बिजनेसप्रदेश के सभी 28 जिलों में एक- एक सी- मार्ट खोले गए हैं। धमतरी अकेला जिला है, जहां दो सी- मार्ट खुले हैं। प्रदेश के 29 सी- मार्ट में सबसे ज्यादा बिक्री जशपुर जिले में हुई है। यहां 31 लाख से ज्यादा का कारोबार हुआ है। कारोबार के मामले में राजनांदगांव दूसरे और कांकेर तीसरे स्थान पर है। राजनांदगांव में 7.74 लाख रुपए का और कांकेर में 7.58 लाख रुपए का कारोबार हुआ है। हालांकि, संभागवार देखें तो बस्तर संभाग में सभी चार अन्य संभागों से ज्यादा बिक्री हुई है।कोंडागांव में सबसे ज्यादा उत्पादप्रदेश में सबसे ज्यादा प्रोडक्ट रेंज कोंडागांव जिले के सी- मार्ट में है। यहां 1523 उत्पाद उपलब्ध हैं। जबकि बस्तर में 959, कांकेर 616, नारायणपुर 604, बलरामपुर 544, कवर्धा 440, जशपुर 436 और धमतरी में 395 प्रोडक्ट एक ही छत के नीचे उपलब्ध हैं।कुटीर उद्योगों को बढ़ाने की भी योजनासी- मार्ट के जरिए राज्य सरकार स्थानीय उत्पादों एवं महिला स्व सहायता समूहों, कुंभ कारों और अन्य पारंपरिक कुटीर उद्योगों को बढ़ावा देने की योजना पर काम कर रही है। इसके जरिए स्थानीय निवासियों को रोजगार और लोगों को एक ही स्थान पर गुणवत्ता युक्त वस्तुएं उपलब्ध कराना है।मितानिनों और स्वच्छता दीदियों की लें मदद : सीएममुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गुरुवार को प्रदेश के सभी सी- मार्ट की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने अफसरों से कहा कि उत्पादों की बि क्री के लिये स्वच्छता दीदियों, मितानिनों की मदद लें। इससे उन्हें अतिरिक्त आय होगी। साथ ही उत्पादों की बिक्री अधिक होने पर स्थानीय बाजार और रोजगार को बढ़ावा मिलेगा। सीएम ने कहा, इस बात को भी सुनिश्चित करें कि उत्पादकों का भुगतान तत्काल हो। उन्होंने अफसरों को सी- मार्ट के खुलने और बंद होने का समय ग्राहकों की सुविधा के अनुरूप तय करने के लिए कहा। साथ ही ऐसी व्यवस्था करने के लिए भी कहा, जिससे अधिक से अधिक ग्राहक सी- मार्ट आ सकें।सबसे ज्यादा कारोबार इन जिलों में हुआजिला – राशिजशपुर – 31.0 लाखराजनांदगांव – 7.74 लाखकांकेर – 7.58 लाखदुर्ग – 7.29 लाखकाेंडागांव – 5.52 लाखबीजापुर – 4.19 लाखनारायणपुर – 3.49 लाखइन उत्पादों की सर्वाधिक बिक्रीसामान – बिक्रीमहुआ सेनिटाइजर – 4.47 लाखमास्क – 2.89 लाखएलोवेरा साबुन – 2.54 लाखस्लीपर – 2.20 लाखदोना पत्तल – 2.02 लाखसरसों तेल – 1.68 लाखचारकोल साबुन – 1.57 लाखमैदा – 1.37 लाखग्लिसरीन साबुन – 78740मिल्की साबुन – 49780
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