IPS सुसाइड केस पर बड़ा एक्शन: हरियाणा सरकार ने DGP शत्रुजीत कपूर को छुट्टी पर भेजा, OP सिंह बने नए कार्यवाहक डीजीपी, पूरे पुलिस महकमे में हड़कंप देश By Nayan Datt On Oct 14, 2025 चंडीगढ़ के IPS अधिकारी पूरन कुमार के सुसाइड मामले में अभी तक कोई स्पष्टता सामने नहीं आई हैं. परिवार वाले लगातार डीजीपी शत्रुजीत कपूर को निलंबित करने की मांग कर रहे हैं. जिसके बाद डीजीपी कपूर को लंबी छुट्टी पर भेज दिया गया है. हरियाणा सरकार ने आदेश जारी कर जानकारी दी कि हरियाणा के सीनियर IPS अधिकारी ओपी सिंह को राज्य का कार्यवाहक डीजीपी नियुक्त किया गया है. यह भी पढ़ें IPS पूरन कुमार सुसाइड मामला: राहुल गांधी ने परिवार से की… Oct 14, 2025 बिहार चुनाव में बड़ा ऐलान: तेज प्रताप यादव महुआ सीट से… Oct 13, 2025 दरअसल, IPS अधिकारी पूरन कुमार ने सुसाइड करने से पहले एक नोट लिखा था. इस नोट में उन्होंने डीजीपी शत्रुजीत कपूर समेत आठ लोगों पर उन्हें परेशान करने, छवि खराब करने और उनके साथ जातिगत भेदभाव करने का आरोप लगाया था, जिसके बाद परिवार लगातार इन लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग कर रहा है. सुशांत सिंह राजपूत से था करीबी रिश्ता हरियाणा के नियुक्त हुए नए कार्यवाहक डीजीपी ओपी सिंह का एक्टर सुशांत सिंह राजपूत से बहुत ही करीबी रिश्ता था. सुशांत सिंह राजपूत आईपीएस अधिकारी ओपी सिंह की पत्नी के भाई थे. फिलहाल सिंह हरियाणा पुलिस हाउसिंग कॉर्पोरेशन के मैनेजिंग डायरेक्टर पद पर कार्यरत हैं. वह हरियाणा कैडर के 1992 बैच के सीनियर आईपीएस अधिकारी हैं. पूरन कुमार मामले में कार्रवाई तेज चंडीगढ़ पुलिस पूरन कुमार मामले को लेकर लगातार कार्रवाई कर रही है. पुलिस ने पूरन कुमार की पत्नी आईएएस अधिकारी अमनीत पूरन को नोटिस भेजकर उनके मृतक पति के लैपटॉप की मांग की है. इस लैपटॉप में पूरन कुमार का सुसाइड नोट ड्राफ्ट में सेव था. इसलिए पुलिस इस लैपटॉप को CFSL लैब में भेजकर सुसाइड नोट की प्रमाणिकता की जांच करना चाहती है और यह जानना चाहती है कि पूरन कुमार ने सुसाइड से पहले कितने लोगों को और किस समय सुसाइड नोट मेल किया था. दरअसल, आईपीएस अधिकारी पूरन कुमार की हत्या के 7 दिन बाद भी परिवार वाले उनका पोस्टमार्टम नहीं करवा रहे है. परिवार की मांग है कि डीजीपी शत्रुजीत कपूर को उनके पद से हटाया जाए. इसके लिए उन्होंने 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया था. परिवार वालों का कहना है कि जब तक उनकी मांगों को नहीं माना जाता, वे न तो शव का पोस्टमार्टम करवाएंगे और न हीं उसका अंतिम संस्कार करेंगे. Share