तमिलनाडु में पुलिस हिरासत में सिक्योरिटी गार्ड की मौत के मामले में एक्शन, CBI जांच का आदेश देश By Nayan Datt On Jul 12, 2025 तमिलनाडु के सिवगंगई जिले में एक मंदिर के सुरक्षा गार्ड बी अजीत कुमार की कथित पुलिस हिरासत में मौत के मामले की जांच अब केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) करेगी. राज्य सरकार द्वारा मामला सीबीआई को सौंपे जाने के बाद, एजेंसी ने भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 103 के तहत केस दर्ज कर जांच की शुरुआत कर दी है. यह भी पढ़ें राजनीतिक और धार्मिक उद्देश्यों के लिए तिरंगे के उपयोग पर रोक… Jul 12, 2025 केरल सरकार पर अमित शाह का जमकर निशाना, घोटालों की लिस्ट से… Jul 12, 2025 यह मामला पहले थिरुपुवनम पुलिस थाने में FIR संख्या 303/2025 के तहत दर्ज किया गया था. अब यह मामला राष्ट्रीय जांच एजेंसी की निगरानी में चला गया है, जिससे राज्य स्तर पर उठ रही निष्पक्षता की मांगों को लेकर कुछ राहत की उम्मीद की जा रही है. 27 वर्षीय अजीत कुमार को 29 जून को एक महिला आगंतुक द्वारा उसकी कार से गहने चोरी करने के आरोप के बाद पुलिस ने हिरासत में लिया था. वह मदापुरम मंदिर में सुरक्षाकर्मी के रूप में तैनात था. हिरासत के कुछ ही समय बाद उसकी मौत हो गई. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में चौंकने वाले हुए थे खुलासे मदुरै के सरकारी राजाजी अस्पताल में 29 जून को किए गए पोस्टमॉर्टम में चौंकाने वाले खुलासे हुए. रिपोर्ट में अजीत के शरीर पर 44 से अधिक बाहरी और कई अंदरूनी चोटों के निशान पाए गए. माथे से लेकर नितंबों तक, हाथ, घुटनों और पैरों पर खरोंच और गहरे घावों के साथ शरीर के लगभग सभी हिस्सों पर चोटों के स्पष्ट संकेत मिले. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के अनुसार, दाहिने हाथ की कलाई पर 3 सेंटीमीटर लंबा रेखीय निशान था और तीन पुराने निशान “सिगरेट से जलाए जाने जैसे” पाए गए। मस्तिष्क में सबड्यूरल और सबएराक्नॉइड रक्तस्राव के अलावा, पेट और फेफड़ों में भी खून के थक्के मिले, जो संभावित यातना की ओर संकेत करते हैं. हालांकि रिपोर्ट में मौत के स्पष्ट कारण का उल्लेख नहीं किया गया है, लेकिन गंभीर मारपीट के साक्ष्य सामने आए हैं. पुलिस हिरासत में मारपीट का लगा था आरोप रिपोर्ट में यह भी उल्लेख है कि पोस्टमॉर्टम में 18 घंटे से अधिक की देरी हुई, जिससे मामले के प्रबंधन पर सवाल उठे हैं. अजीत की मां बी मालती ने आरोप लगाया था कि हिरासत में मिलने के दौरान अजीत कांप रहा था और शर्टलेस था. इस मामले में अजीत के छोटे भाई नवीन कुमार ने भी आरोप लगाया है कि पूछताछ के दौरान उसे पुलिस ने पीटा था, जिससे उसके पैरों में सूजन और तेज दर्द है, वर्तमान में वह मदुरै के सरकारी अस्पताल में भर्ती है. विपक्षी दलों और आम नागरिकों के विरोध के बीच मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने मामले की सीबीआई जांच के आदेश दिए. अभिनेता-राजनेता विजय ने भी पीड़ित परिवार से मुलाकात कर संवेदना प्रकट की और न्याय की मांग की थी अब तक इस मामले में पांच पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार किया गया है और आगे की जांच सीबीआई करेगी. Share