कांवड़ यात्रा: दिल्ली में दुकानों को दिया जा रहा ‘सनातनी सर्टिफिकेट’, विश्व हिन्दू परिषद ने शुरू किया अभियान दिल्ली/NCR By Nayan Datt On Jul 12, 2025 सावन का महीना शुरू हो गया है. इसी के चलते कांवड़ यात्रा के मद्देनजर, विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने दिल्ली भर में दुकानों, खासकर शिवभक्तों के रूट पर स्थित दुकानों को ‘सनातनी सर्टिफिकेट’ जारी करने के लिए एक अभियान शुरू किया है. यह भी पढ़ें दिल्ली: 15 साल में जमींदोज 35 गज का अवैध मकान, रेस्क्यू में… Jul 12, 2025 कहीं गंदी फोटो का राज न खुल जाए… पत्नी ने बॉयफ्रेंड को बताया… Jul 12, 2025 विश्व हिंदू परिषद की इस पहल का मकसद शाकाहारी फूड आइटम बेचने वाली दुकानों को ‘सनातन हिंदू संस्कृति’ के तहत सर्टिफिकेट देना है. रिपोर्ट के अनुसार, टीमें रेस्टोरेंट, किराना स्टोर और होटल में बेचे जा रहे प्रोडक्ट और उनकी रसोई में रखी वस्तुओं का टेस्ट करने के बाद उन्हें स्टिकर दिए जा रहे हैं. स्टिकर पर लिखा है कि यह बिजनेस एक सनातन हिंदू प्रतिष्ठान है और सनातन धर्म के तहत ही चलता है. इससे लोगों को दूर से ही पहचान हो जाएगी कि वो जिस जगह खाना खा रहे हैं वो सनातन प्रमाणित है. VHP ने शुरू किया अभियान इस अभियान को अंजाम देने के लिए, वीएचपी ने दिल्ली के 173 ब्लॉकों में 150 टीमें बनाई हैं. ये टीमें स्थानीय धार्मिक संस्थाओं और संगठनों के सहयोग से सर्वे कर रही हैं. वीएचपी के राज्य मंत्री सुरेंद्र गुप्ता ने बताया कि यह अभियान जुलाई के पूरे महीने चलेगा और लगभग 5,000 दुकानों का निरीक्षण करने का टारगेट रखा गया है. उन्होंने आगे बताया कि इस पहल का मकसद दिल्ली से होकर हरियाणा और राजस्थान जाने वाले पवित्र गंगा जल ले जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए पवित्रता बनाए रखना है. जिससे वो सनातन सेर्टिफिकेट मिले हुए होटल में ही खाना खाए. रूट पर मीट की दुकाने बंद करने की पहल दिल्ली में कांवड़ यात्रा की तैयारियों के मद्देनजर, मंत्री कपिल मिश्रा ने एक ऐलान किया है. उन्होंने बताया कि कांवड़ यात्रा रूट पर मीट की दुकानें और ऐसी दुकानें जो यात्रियों को असुविधा पहुंचा सकती हैं, बंद रखी जाएंगी. साथ ही दिल्ली के मेयर राजबल ने भी इस पहल का समर्थन किया है. साथ ही उन्होंने बताया कि पहले लोगों से दुकानें बंद करने के लिए अपील की जाएगी और अपील ना मानने पर एमसीडी की ओर से दिशानिर्देश जारी किए जा सकते हैं. यह कदम कांवड़ यात्रियों के लिए बेहतर सुविधाएं सुनिश्चित करने और उनकी धार्मिक भावनाओं का सम्मान करने के लिए उठाया जा रहा है. Share