सीजफायर के बाद JK, पंजाब, राजस्थान में शांति, सीमा पर नहीं हुई फायरिंग या ड्रोन हमले

पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के जरिए पाकिस्तान और PoK के कई ठिकानों पर हमले कर कई आतंकी कैंप को तबाह कर दिया. इसके बाद दोनों देशों के बीच संघर्ष तेज हो गया. पिछले 3 दिनों में जमकर हमले किए गए. लेकिन अब सीमा पर सीजफायर हो गया है जिसकी वजह से बीती रात अपेक्षाकृत शांति बनी रही. सीमावर्ती राज्यों में शांति फिर से बहाल होती दिख रही है. आज सुबह से सामान्य जनजीवन भी फिर से पटरी पर लौट रहा है.

अमेरिका के हस्तक्षेप के बाद भारत और पाकिस्तान कल शनिवार शाम को संघर्षविराम करने को राजी हो गए. हालांकि रात होने पर सीमापार से ताबड़तोड़ हमले करने के आरोप लगाए गए, लेकिन सुबह होने तक सब कुछ सामान्य रहा. लोग अपने रूटीन कामों के लिए सड़क पर निकलते देखे गए. जम्मू-कश्मीर, पंजाब और राजस्थान में हर ओर शांतिपूर्ण स्थिति देखी जा रही है.

पुंछ और राजौरी में भी शांति

अधिकारियों की ओर से बताया गया कि सीमा पर खासकर नियंत्रण रेखा (LoC) पर रातभर असहज तरीके से शांति बनी रही. हमले की वजह से सबसे ज्यादा प्रभावित जम्मू-कश्मीर के पुंछ और राजौरी जिले रातभर शांत रहे.

पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे जम्मू-कश्मीर के कई इलाकों श्रीनगर, कुपवाड़ा, उरी, पुंछ, राजौरी, अखनूर और जम्मू में स्थिति सामान्य नजर आई. बीती रात इन इलाकों में गोलीबारी की कोई सूचना सामने नहीं आई. साथ में किसी ड्रोन हमले की जानकारी नहीं है. केंद्र शासित प्रदेश के जम्मू शहर में भी आज सुबह स्थिति सामान्य दिखी और लोग अपने रूटीन कामों के लिए सड़कों पर दिखाई दिए. अखनूर में भी यही हालात रहा.

पठानकोट और फिरोजपुर में भी स्थिति सामान्य

जम्मू-कश्मीर की तरह पंजाब में भी शांति बनी हुई है. यहां के पठानकोट और फिरोजपुर में भी स्थिति सामान्य हो गई है. इन इलाकों में भी रात के दौरान किसी तरह के ड्रोन हमले या फिर फायरिंग की सूचना नहीं मिली. पाक से सटे अमृतसर में भी स्थिति सामान्य हो गई है.

अमृतसर के डीसी ने आज सुबह कहा, “आज रविवार को भी एक छोटा सायरन बजाया जाएगा. हालांकि इस सायरन का मतलब यह होगा कि हम अपनी सामान्य गतिविधियां फिर से शुरू कर सकते हैं. आप सभी के सहयोग के लिए धन्यवाद.” राजस्थान में भी शांति रही. बाड़मेर जिले में लोग सुबह से ही सड़कों पर दिखाई देने लगे. किसी तरह की सायरन की आवाज भी नहीं सुनाई दी.

पहलगाम हमले के बाद पिछले 3-4 दिनों से सीमा पर खासा तनाव देखा जा रहा था. पहले मॉक ड्रिल और फिर सायरन की आवाजें पाकिस्तान की सीमा से जुड़े राज्यों जम्मू-कश्मीर, पंजाब और राजस्थान में हर ओर सुनाई दे रही थी. लोग अपना घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जाने को मजबूर हो रहे थे. ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद पाकिस्तान ने भारत पर अपने हमले तेज कर दिए. लेकिन अब इन राज्यों में शांति बनती दिख रही है. हालांकि सेना अभी भी मुस्तैद है और सीमापार से किसी भी कार्रवाई के लिए जवाब देने को तैयार है.

क्या धारावी की जमीन के मालिक बन जाएंगे अडानी, जानिए असल कहानी?     |     EVM के इस्तेमाल की जिद क्यों? एलन मस्क की टिप्पणी के बाद अखिलेश यादव का सवाल     |     इंस्टा पर दोस्ती, होटल ले जाकर दोस्तों ने किया गंदा काम… सुसाइड से पहले युवक बता गया दर्द भरी दास्तां     |     तांत्रिक ने बीमारी ठीक करने का झांसा देकर महिला से किया दुष्कर्म     |     T20 World Cup: पाकिस्तान के बाहर होने पर सिद्धू ने खोली ICC की पोल, गावस्कर ने भी की खिंचाई     |     संसद में अब 2014 और 2019 वाली स्थिति नहीं…कभी भी गिर सकती है सरकार, स्पीकर पद को लेकर संजय राउत का बड़ा बयान     |     आयकर में दान पर टैक्स छूट के लिए फार्म 10बीई जरूर लें करदाता     |     राहुल गांधी ने छोड़ी वायनाड सीट तो प्रियंका गांधी होंगी उम्मीदवार! अगले तीन दिन में होगा फैसला     |     कोटा कोचिंग सेंटर में IIT की तैयारी करने वाले छात्र ने किया सुसाइड     |     उज्जैन से पीएमश्री धार्मिक पर्यटन हेली सेवा शुरू, CM मोहन यादव ने दिखाई हरी झंडी     |     Mann सरकार की एक और बड़ी कार्रवाई, महिला रजिस्ट्री क्लर्क को किया Suspend     |     लुधियाना: गवर्नर गुलाब चंद कटारिया द्वारा रविवार को लुधियाना पहुंचकर बुड्ढे नाले को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए चल रहे बड़े प्रोजैक्ट की प्रोग्रैस रिव्यू की गई। इस दौरान पी.पी.सी.बी. के अफसरों ने अब तक किए गए प्रयासों के चलते बुड्ढे नाले में प्रदूषण का लैवल डाऊन आने का दावा किया गया और साथ ही यह भी कह दिया गया कि अगर गोबर गिरना बंद हो जाए तो हालात में काफी सुधार आ जाए। इस पर गवर्नर ने मीटिंग में मौजूद नगर निगम के अलावा सीवरेज बोर्ड, ड्रेनेज विभाग व ग्लाडा के अफसरों को निर्देश दिए कि बुड्ढे नाले में गोबर गिरने से रोकने पर जोर दिया जाए जिसके लिए पहले डेयरी मालिकों को जागरूक किया जाए और फिर भी हालात में सुधार न होने पर चालान काटने के लिए बोला गया है। नए बायो गैस प्लांट चालू होने के बाद ही हो पाएगा समस्या का समाधान बुड्ढे नाले में गोबर गिरने से रोकने के लिए नए बायो गैस प्लांट चालू होने तक इंतजार करना पड़ सकता है, क्याेंकि इस समय सिर्फ हंबड़ा रोड पर ही एक प्लांट लगा हुआ है जिसकी कैपेसिटी कम है और ताजपुर रोड पर प्लांट नहीं लगाया गया। हालांकि नगर निगम द्वारा गोबर डम्प करने के लिए प्वाइंट मार्क किए गए हैं और गोबर की लिफ्टिंग के लिए प्राइवेट ठेकेदार की नियुक्ति भी की गई है लेकिन ज्यादातर डेयरी मालिकों द्वारा पानी के साथ ही गोबर को बहाया जा रहा है जिससे ई.टी.पी. भी सही तरीके से काम नहीं कर पा रहे हैं। इस समस्या का समाधान करने के नाम पर हंबड़ा रोड व ताजपुर रोड पर नए बायो गैस प्लांट लगाने की योजना तो काफी देर पहले ही मंजूर हो गई है लेकिन उस पर ग्राऊंड पर अब तक काम शुरू नहीं हो पाया जिस प्रोजैक्ट को चालू करने के निर्देश भी गवर्नर द्वारा मीटिंग में दिए गए हैं।     |     पंजाब में पैर पसार रही गंभीर बीमारी, 5 साल तक के बच्चों का ऐसे करें बचाव     |     पंजाब के डेयरी मालिकों पर बढ़ सकती है सख्ती, बड़े Project के बीच लटकी तलवार, पढ़ें पूरी खबर     |     विक्की शर्मा की मौ’त मामले में नया मोड़, वीडियो में हुआ सनसनीखेज खुलासा     |     पंजाब-हिमाचल में भारी बारिश से सब्जियों की कीमतों में लगी आग, तीन गुना बढ़े दाम     |     पंजाब के 31 लाख परिवारों को बड़ा झटका, माझा और दोआबा सबसे अधिक प्रभावित     |     पंजाब में यात्रियों से भरी बस पलटी, 4 की मौत, दो दर्जन के करीब घायल     |     रियल एस्टेट कारोबार के नाम पर लाखों-करोड़ों का चूना, नटवर लाल ने यूं ठगे लोग     |     जालंधर की पॉश कॉलोनियों में सड़कें गायब, देखें मुंह बोलती तस्वीरें     |    

Pradesh Samna
पत्रकार बंधु भारत के किसी भी क्षेत्र से जुड़ने के लिए सम्पर्क करें