देश में आम लोगों की सहूलियत के लिए फास्टैग का इस्तेमाल शुरू हुआ. ताकि टोल नाके पर किसी तरह का कोई ट्रैफिक जाम न लगे. लोग टोल बूथ पर वाहन लेकर रुकते है मशीन फास्टैग को स्कैन करती है अकाउंट से पैसा कटता है और फिर बैरियर का गेट खुल जाता है. किसी ने नहीं सोचा था कि यह तकनीक एक दिन उनके लिए परेशानी का सबब बन जाएगी. ऐसे ही कुछ भोपाल के एक व्यक्ति के साथ हुआ है, जहां उनकी घर पर खड़ी हुई कार का टोल दूसरे राज्य में कट गया है.
आजकल एक नए तरह का फ्रॉड काफी चलन में है. इसमें अचानक से दूसरे राज्य में किसी भी गाड़ी का टोल कट जा रहा है. कार मालिक को पता ही नहीं चल रहा है कि ऐसा क्यों हो रहा है और कौन कर रहा है. ऐसे ही कुछ तीन दिनों पहले भोपाल के रहने वाले प्रवीण दुबे के साथ हुआ है. इन कार भोपाल में खड़ी थी, लेकिन इनका टोल हरियाणा में कट गया है. उन्होंने इस संबंध में शिकायत भी, लेकिन अब तक उनका पैसा रिफंड नहीं हुआ.
‘जिस रास्ते से नहीं गुजरा वहां कट गया टोल’
इस तरह से फ्रॉड का शिकार होने वाले कई लोग हैं. इनमें एक नाम रवि का है, जो कि दो दिन पहले भोपाल से उज्जैन गए थे, लेकिन हैरान करने वाली बात यह है कि जिस रास्ते से वह गुजरे ही नहीं वहां उनका टोल कट गया . दूसरी तरफ फास्टैग कार्ड घर पर ही था और उन्होंने भुगतान अन्य माध्यम से किया था. रात के 11 बजकर 58 मिनट पर लगातार दो दिनों तक अलग अलग टोल से पैसा कटा. रवि का कहना है कि वह शिकायत करेंगे, लेकिन उन्हें उम्मीद नहीं है कि पैसा वापस आएगा.
नंबर गलत डालने से कट सकता टोल
इस संबंध में जब टीवी9 की टीम ने भोपाल बाईपास स्थिति नेशनल टोल पर एक टैक्सी ड्राइवर से बातचीत की तो उसने बताया कि मेरे साथ ऐसा दो से तीन बार ऐसा हो चुका है. जिस रास्ते पर वो गया ही नहीं वहां पर भी टोल का भुगतान हो गया. इस संबंध में जब टोल कर्मी से पूछा गया कि आखिर ये कैसे संभव है की कोई भोपाल में बैठा है और उसकी कार का टोल हरियाणा में कट रहा है . इसके जवाब में टोल कर्मचारी ने कहा की अगर कार नंबर गलत डाल दिया जाए तो भी फास्टैग से पैसा कट सकता है.
जीतू पटवारी ने सरकार पर साधा निशाना
अब इस मामले पर सियासत भी हो रही है . कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने सरकार पर आरोप लगाया है की सरकार जनता को लूटने का काम कर रही है. कई तो ऐसे टोल है, जहां से हजारों करोड़ रुपये का टोल टैक्स वसूला जा चूका है. ये भी कोई साइबर क्राइम है या कुछ और है इसकी जांच होनी चाहिए. वहीं, बीजेपी के विधायक इस बात से इंकार नहीं कर रहे है कि इसमें कोई गड़बड़ी नहीं हो सकती.
10 टोल प्लाजा ने वसूले 14 हजार करोड़
बीजेपी विधायक भगवानदास सबनानी का कहना है की आज कल तो साइबर फ्रॉड कही भी हो सकता है. नितिन गडकरी को इस मामले पर जांच करवानी चाहिए. मुझे लगता है इसका जरूर कोई समाधान होगा. फिलहाल ये आंकड़े अभी तक सामने नहीं आया है की आखिर देश में ऐसे कितने लोग है जिनके साथ इस तरह की समस्या हुई हो . हां ये जानकारी जरूर सामने आई है, जिसमें देश के दस टोल प्लाजा ने पांच साल में 14 हजार करोड़ रूपये वसूले है.
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