केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) के महाप्रबंधक (GM) को 15 लाख रुपये रिश्वत लेते हुए पकड़ा है. रामप्रीत पासवान भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के पटना रीजनल ऑफिस में GM हैं. सीबीआई की छापेमारी में 1.18 करोड़ रुपये कैश के रूप में बरामद की है.
सीबीआई की छापेमारी में महाप्रबंधक के पास से नकदी भी बरामद हुई है. एजेंसी को 1.18 करोड़ रुपये मिले हैं. सीबीआई पहले भी NHAI के अधिकारियों की रिश्वतखोरी के खिलाफ लगातार छापेमारी करती रही है.
पिछले साल भी CBI ने की थी छापेमारी
पिछले साल जून में भी सीबीआई ने मध्य प्रदेश के छतरपुर में तैनात NHAI के महाप्रबंधक पुरुषोत्तम लाल चौधरी को गिरफ्तार किया था. पुरुषोत्तम लाल को 10 लाख रुपये की रिश्वत के मामले में गिरफ्तार किया गया था. इस मामले में 6 अन्य आरोपी भी गिरफ्तार किए.
गिरफ्तार लोगों में NHAI के सलाहकार शरद वर्मा और उनके रेजिडेंट इंजीनियर प्रेम कुमार सिन्हा के अलावा आरोपी कंपनी पीएनसी इंफ्राटेक के चार कर्मचारी बृजेश मिश्रा, अनिल जैन, सत्यनारायण अंगुलुरी और शुभम जैन शामिल थे. इन आरोपियों को NHAI की ओर से कंपनी को दिए गए झांसी-खजुराहो प्रोजेक्ट के फाइनल बिल के प्रोसेसिंग और अनापत्ति प्रमाण पत्र (NoC) जारी करने के साथ ही अंतिम हस्तांतरण के लिए रिश्वत मिल रही थी.
MP के रिश्वतकांड में पकड़े गए थे GM
तब सीबीआई ने रिश्वतकांड में गिरफ्तार 7 आरोपियों समेत 10 संदिग्धों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी. उन पर आरोप थे कि पीएनसी इंफ्राटेक लिमिटेड के डायरेक्टर योगेश जैन और टीआर राव एनएचएआई के अधिकारियों को फायदा पहुंचाने के एवज में घूस दे रहे थे.
पिछले साल ही मार्च में भी सीबीआई ने मध्य प्रदेश के एक रिश्वतकांड में NHAI के 6 अन्य लोगों को गिरफ्तार किया था. इसमें एक प्राइवेट कंपनी के 2 डायरेक्टर्स के अलावा भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के 2 वरिष्ठ अधिकारियों समेत 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया था. गिरफ्तारी के बाद की गई शुरुआती तलाशी में 1.1 करोड़ रुपये भी जब्त किए गए थे.
इस घूसकांड में गिरफ्तार किए गए अधिकारियों की पहचान एनएचएआई के महाप्रबंधक और परियोजना निदेशक अरविंद काले और मध्य प्रदेश के हरदा में प्राधिकरण के उप महाप्रबंधक (Deputy GM) बृजेश साहू के रूप में हुई थी.
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