राजस्थान के जयपुर में आयोजित आईफा अवार्ड्स को लेकर विवाद खड़ा हो गया है. कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने आरोप लगाया है कि राजस्थान की भाजपा सरकार ने इस आयोजन के लिए 100 करोड़ रुपये का अनुदान अवैध रूप से दिया है.
आईफा अपनी सिल्वर जुबली जयपुर में मना रहा है, जहां बॉलीवुड सितारों का जमावड़ा लगा हुआ है. शाहरुख खान, करीना कपूर, करण जौहर, शाहिद कपूर, माधुरी दीक्षित, श्रेया घोषाल और नोरा फतेही जैसी फिल्मी हस्तियां इस आयोजन में शामिल हो रही हैं.
राज्य सरकार ने भी इस समारोह से खुद को जोड़ा है, जिसमें पर्यटन विभाग इसका प्रायोजक बना है. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और डिप्टी सीएम दीया कुमारी भी इस आयोजन को सफल बनाने में जुटे हुए हैं और उद्घाटन समारोह में मंच पर मौजूद रहे.
सीएम भजनलाल ने कहा कि हमारे गौरवशाली राज्य की राजधानी जयपुर में इंटरनेशनल इंडियन फिल्म एकेडमी अवार्ड (आईफा) का सिल्वर जुबली का आयोजन होना गर्व की बात है. आईफा केवल एक अवॉर्ड समारोह नही, बल्कि भारतीय सिनेमा और संस्कृति के वैश्विक विस्तार का प्रतीक है, जिससे राजस्थान को अंतरराष्ट्रीय फिल्म और मनोरंजन उद्योग में नई पहचान मिलेगी.
क्यों खर्च किया जा रहा है जनता का पैसा?
कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि राज्य सरकार ने 50 करोड़ रुपये सीधे, 30 करोड़ पर्यटन विभाग से और 20 करोड़ रीको (RIICO) के माध्यम से इस कार्यक्रम में लगाए हैं, खाचरियावास ने सवाल उठाया कि जब आईफा आयोजकों को टिकट बिक्री और विज्ञापनों से 2000-3000 करोड़ रुपये की कमाई हो रही है, तो जनता के टैक्स का पैसा इसमें क्यों खर्च किया जा रहा है?
उन्होंने कहा कि 2000 करोड़ से ज्यादा कमाई करने वाला आईफा संस्थान शाहरुख खान को ढाई लाख के कमरे में करीना कपूर के लिए 2 लाख 60 हजार का कमरा अन्य सभी फिल्म सितारों के लिए लाखों रुपए के कमरे बुक कराए गए. इन होटल में पूरी दुनिया से आने वाले फिल्मी सितारों को दो लाख से ज्यादा रुपए के कमरों में ठहराया गया है.
कांग्रेस ने आईफा को 100 करोड़ देने पर उठाया सवाल
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को बताना चाहिए कि किस आधार पर आईफा समारोह में 100 करोड़ रुपए दे रही है. आम आदमी प्रदेश में रोटी-रोजी को लेकर परेशान है. गरीब आदमी को रोटी नहीं मिलती है. दवाई-दारु सब महंगी हो गई है. ऐसे में राज्य के बड़े नेता और अधिकारी 100 करोड़ रुपए इस कार्यक्रम में देकर पाप कर रहे हैं.
उन्होंने कहा किइसलिए राज्य सरकार को इस मामले में जवाब देना चाहिए, जब आईफा समारोह में 2000 करोड़ से ज्यादा की कमाई यह लोग कर रहे हैं तो 100 करोड़ रुपए राज्य सरकार इनको क्यों दे रही है?
कांग्रेस नेता की आलोचना के बाद अब आईफा आयोजन को लेकर राज्य में विवाद पैदा हो गया है, हालांकि राज्य सरकार ने कांग्रेस के आरोप को पूरी तरह से खारिज कर दिया है.
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