भोपाल के साथ जुड़ रही नई ग्लोबल पहचान
* राजा भोज की नगरी… झीलों की नगरी और कार्यक्रम में मौजूद माननीय श्री नरेंद्र मोदी जी का आज के इस आयोजन में स्वागत करता हूं, अभिनंदन करता हूं।
* हमारा सौभाग्य है कि विश्व में सबसे अधिक लोकप्रिय और हम सबको गौरांवित करने वाले माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की मौजूदगी में आज भोपाल एक नया इतिहास लिखने जा रहा है।
* इसका महत्व और भी बढ़ जाता है, जब माननीय प्रधानमंत्री जी की मौजूदगी आज भोपाल में एक नया इतिहास बना रही है।
* आमतौर पर भोपाल शब्द को ग्लोबल के साथ एक काले अतीत की तरह भोपाल गैस त्रासदी के रूप में उभरता था। लेकिन आज माननीय प्रधानमंत्री जी की उपस्थिति में भोपाल के साथ एक नई ग्लोबल पहचान जुड़ने जा रही है।
मध्यप्रदेश बन रहा, ऐतिहासिक आयोजन का साक्षी
हमारा सौभाग्य है, विश्व के सर्वाधिक लोकप्रिय और हम सब को गौरवान्वित करने वाले यशस्वी प्रधानमंत्री श्रीमान नरेंद्र मोदी जी की उपस्थिति में मध्य प्रदेश आज के ऐतिहासिक आयोजन का साक्षी बन रहा है।
“अंनत संभावनाएं” थीम केवल विचार नहीं, व्यापक दृष्टिकोण है
आज जब ये ग्लोबल इन्वेस्टर समिट हो रही हैं तो इसकी थीम ही अपने आप में उत्साहवर्धक है। अनंत संभावनाए, मध्य प्रदेश में जो उद्योग और निवेश की असीम संभावनाओं को दर्शाती है। अनंत संभावनाएं, केवल एक विचार नहीं बल्कि मध्य प्रदेश के प्रत्येक क्षेत्र में अवसरों की व्यापकता को दर्शाने वाला दृष्टिकोण है।
यही हमारी संस्कृति की गौरवशाली विरासत भी है
आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने “सबका साथ सबका विकास, सबका प्रयास सबका विश्वास” का मंत्र दिया है। जिसमें यह संदेश समाहित है कि जब संभावनाओं के अनंत आकाश में हम सब मिलकर आशाओं की ज्योति जलाते है तो एक नहीं बल्कि सभी के आंगन रोशन होते हैं। यही हमारी सनातन संस्कृति की गौरवशाली विरासत भी है।
आगामी 5 वर्षों में राज्य की अर्थव्यवस्था को दो गुना करने का लक्ष्य
हमने आगामी 5 वर्षों में राज्य की अर्थव्यवस्था को दोगुना करने का लक्ष्य निश्चित किया है। जिस पर हम लगातार गतिशील है। 1 वर्ष पूर्व निवेश और औद्योगिक विकास की इस यात्रा को रीजनल इंडस्ट्रीज कॉन्क्लेव के माध्यम से बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन से प्रारंभ किया। यहां से पहली बार रीजनल इंडस्ट्रीज कॉन्क्लेव की शुरुआत हुई।
जिसके अगले क्रम में जबलपुर, ग्वालियर, सागर, रीवा, शहडोल, नर्मदमपुरम जैसे संभाग केंद्र तो थे लेकिन रीजनल इंडस्ट्रीज कॉन्क्लेव पहली बार जब हुई तो वास्तव में यह एक अलग प्रकार का हमारे लिए उत्साह और उमंग का वातावरण बना ।