मुरैना: पोरसा के बाईपास पर नवीन कालानी में बन रहे मकान में यहां काम कर रहे राजमिस्त्री ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सुबह मकान मालिक आया तो उसने राजमिस्त्री को फंदे पर लटका देखा, जिस पर पुलिस को सूचना दी।
स्वजन ने बताया कि मृतक अपने पिता की दबंगों द्वारा की गई मारपीट से क्षुब्द था, वह पुलिस से शिकायत करने का पिता पर दबाव बना रहा था, लेकिन दबंगाें के डर से पिता ने कोई शिकायत नहीं की।
जिस मकान में काम कर रहा था वहीं फांसी पर लटका
जानकारी के मुताबिक छत्रपाल का पुरा कीचौल गांव निवासी 32 वर्षीय मजदूर बैजनाथ पिता कल्याण सिंह का शव फांसी के फंदे से लटका मिला। शनिवार की सुबह वह रोज की तरह काम पर निकला था, लेकिन घर वापस नहीं आया। बैजनाथ श्यामू तोमर के मकान पर निर्माण चल रहा था। मकान मालिक की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। जिस पर शव का को पीएम के लिए भिजवाया।
जांच में जुटी पुलिस
पुलिस मृतक के स्वजन व मकान मालिक से यह जानकारी जुटा रही है कि मजदूर यहां तक रात में कैसे पहुंचा और कहीं किसी बात के लिए परिवार में कोई अनबन तो नहीं हुई थी। जिससे उसने फांसी लगा ली हो। इस पूरे मामले में पुलिस इस पूरे मामले का खुलासा सही तथ्यों के सामने आने के बाद ही करने की बात कह रही है।
चाचा ने बताई पिता की मारपीट की बात
बैजनाथ सिंह के चाचा रामलक्षिन ने बताया कि कुछ दिन पूर्व गांव के दबंगों की खेत पर लगी झाड़ को बच्चे ने काट लिया था, जिसके बाद दो दिसंबर को बैजनाथ के पिता कल्याण अपने खेत पर गए, तो दबंगो ने उनसे मारपीट कर दी थी। उसी दिन से उनका भतीजा बैजनाथ क्षुब्ध था, शनिवार सुबह भी वह थोड़ा अनमना सा था।
जब वह घर से निकला था, वह थाने में मारपीट की एफआईआर करने के लिए बार-बार कह रहा था, लेकिन दबंगों के डर से स्वजन ने शिकायत नहीं की थी। मृतक बैजनाथ के चार बच्चे है। जिसमें दो बेटी व दो बेटे हैं।
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