‘जानते थे फिर भी रेवन्ना को दिया टिकट’… कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत्र का पीएम पर हमला

लोकसभा चुनाव के बीच राजनेताओं का एक दूसरे पर टीका-टिप्पणी करना आम बात है. इसी बीच कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत्र ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बीजेपी और पीएम मोदी पर जमकर जुबानी हमले बोले. श्रीनेत्र ने कहा कि 56 इंच के सीने वाले पीएम मोदी का सीना चुहे जैसा है. मणिपुर का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि जो पीएम मणिपुर नहीं गए वहां राहुल गांधी जाकर आ गए.

कांग्रेस का घोषणापत्र जारी होने के बाद से ही बीजेपी उन पर हमले बोलती रही है और उनके घोषणापत्र को जुमला बताती रही है. इसपर जवाब देते हुए श्रीनेत्र ने कहा कि हमारा घोषणापत्र जुमला नहीं हैं. पीएम को ‘म’ से महिला नहीं ‘म’ से मुस्लिम, ‘म’ सें मुर्गा-मटन याद आता है.

प्रज्वल रेवन्ना पर क्या-क्या बोलीं श्रीनेत्र ?

श्रीनेत्र ने इसके अलावा प्रज्वल रेवन्ना मामले पर भी टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी प्रज्वल रेवन्ना के लिए वोट मांग रहे थे, जो एनडीए के उम्मीदवार हैं. प्रज्वल रेवन्ना राक्षस है. पीएम को सब पता था उसके बाद भी उसे उम्मीदवार बनाया. पहले दो चरणों में देश ने बीजेपी के खिलाफ वोट डाला है. कांग्रेस को भी सबक सिखाया था, जनता अब बीजेपी को सबक सिखायेगी.

कांग्रेस नेता ने पीएम पर जुबानी हमला बोलते हुए कहा, पीएम क्या जाने दांपत्य के सूत्र यानी मंगलसूत्र के बारे में. पीएम ने दाम्पत्य धर्म का अपमान किया है. इसके अलावा श्रीनेत्र ने पीयूष गोयल को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि जो लोग (पीयूष गोयल) मुंबई में आते ही, कोली लोगों में जाते तो मुंह पर रूमाल लगाते. ऐसे लोग क्या जनप्रतिनिधि होंगे ?

महाराष्ट्र में चोरी की डाका डाल बनाई सरकार

कांग्रेस नेता ने कहा कि उज्वल निकम ने झूठ बोला. उन्होंने यूपीए सरकार के साथ धोखा किया. अब सच सामने आ रहा है. ऐसे व्यक्ति को मुंबई की जनता सबक सिखाएगी. उन्होंने सवाल खड़े करते हुए कहा कि पूनम महाजन का टिकट क्यों काटा बीजेपी बताये?

देश के पीएम क्यों हिंदुस्थान पाकिस्तान कर रहे हैं. देश का चुनाव है, देश के मुद्दे पर बात करें, पर ऐसा कोई चुनाव नहीं होता जब पीएम हिंदू मुसलमान, हिंदुस्तान पाकिस्तान के मुद्दे उपस्थित करते हैं. राहुल गांधी के रायबरेली से चुनाव लड़ने पर सुप्रिया श्रीनेत्र ने कहा कि राहुल डरने वाले नहीं है. जिसने अपने परिवार की शहादत देखी वो पीएम से नहीं डरेगा. रायबरेली से इंदिरा गांधी भी चुनाव लड़ी थीं. राहुल गांधी का रायबरेली से चुनाव लड़ना सही फैसला और सही रणनीति है.

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.

क्या धारावी की जमीन के मालिक बन जाएंगे अडानी, जानिए असल कहानी?     |     EVM के इस्तेमाल की जिद क्यों? एलन मस्क की टिप्पणी के बाद अखिलेश यादव का सवाल     |     इंस्टा पर दोस्ती, होटल ले जाकर दोस्तों ने किया गंदा काम… सुसाइड से पहले युवक बता गया दर्द भरी दास्तां     |     तांत्रिक ने बीमारी ठीक करने का झांसा देकर महिला से किया दुष्कर्म     |     T20 World Cup: पाकिस्तान के बाहर होने पर सिद्धू ने खोली ICC की पोल, गावस्कर ने भी की खिंचाई     |     संसद में अब 2014 और 2019 वाली स्थिति नहीं…कभी भी गिर सकती है सरकार, स्पीकर पद को लेकर संजय राउत का बड़ा बयान     |     आयकर में दान पर टैक्स छूट के लिए फार्म 10बीई जरूर लें करदाता     |     राहुल गांधी ने छोड़ी वायनाड सीट तो प्रियंका गांधी होंगी उम्मीदवार! अगले तीन दिन में होगा फैसला     |     कोटा कोचिंग सेंटर में IIT की तैयारी करने वाले छात्र ने किया सुसाइड     |     उज्जैन से पीएमश्री धार्मिक पर्यटन हेली सेवा शुरू, CM मोहन यादव ने दिखाई हरी झंडी     |     दिल्ली में और बढ़ेगी ठंड, UP-बिहार में भी गिरेगा पारा… जानें कैसा रहेगा अगले दो दिन का मौसम     |     1186 सीसीटीवी, 12 भाषाओं में अनाउंसमेंट और वार रूम… दिव्य महाकुंभ को भव्य बनाने की तैयारी में रेलवे     |     PM मोदी कल जेड-मोड़ सुरंग का करेंगे उद्घाटन, भारत के लिए क्यों साबित होगा मील का पत्थर?     |     महाकुंभ में लगी मेगा किचन, रोजाना बनेगा 1 लाख लोगों का खाना… क्रेन से उठेंगे बर्तन     |     इंदौर में स्पीड से गाड़ी दौड़ाने वाले हो जाएं अलर्ट, 25 एंट्री-एग्जिट पाइंट पर लगेंगे हाईटेक कैमरे     |     युवा दिवस पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने किया स्वामी विवेकानंद पर बनी दुनिया की सबसे बड़ी 3-डी रंगोली का अनावरण     |     उन्होंने बताया कि स्वामी विवेकानंद जी के जन्म दिवस युवा दिवस के उपलक्ष में 12 जनवरी को सामूहिक सूर्य नमस्कार का आयोजन होगा। इस मौके पर डॉ.दुबे ने बताया कि सूर्य नमस्कार की एक से 12 स्थितियां प्रार्थना मुद्रा, हस्त उत्तनआसान, पदहस्त आसान, अश्वसंचालन आसन, पर्वतआसान, अष्टांग नमस्कार, भुजंगासन, पर्वत, आसान, अश्व संचालन आसन, पदहस्त आसान, हस्तउत्तन आसन, प्रार्थना की मुद्रा का विशेष महत्व है। सूर्य आध्यात्मिक चेतना का प्रतीक सूर्य नमस्कार का सरल अर्थ, सूर्य को प्रणाम करना है। सूर्य आध्यात्मिक चेतना का प्रतीक है। प्राचीन काल से दैनिक सूर्य उपासना का विधान नित्यकर्म के रूप में होता था। योग में सूर्य का प्रतिनिधित्व पिंगला नाड़ी द्वारा होता है, जो जीवनी शक्ति का बहन करती है। अभ्यास से लाभ प्राप्त होता है उन्होंने कहाकि सूर्य नमस्कार स्वयं में एक पूर्ण साधना है क्योंकि इसमें आसन, प्राणायाम, मुद्रा और ध्यान का समावेश किया गया है। प्रातकालीन अभ्यास प्रारंभ करने के लिए यह सर्वोत्तम अभ्यास है। सूर्य नमस्कार के संपूर्ण अभ्यास से बहुत से लाभ प्राप्त होते हैं। यह शरीर को सबल बनाता है और चयापचाय को संतुलित करता है। स्वशन, पाचन, रक्त परिसंचरण, प्रजनन प्रणाली सहित शारीरिक संस्थानों को उद्दीप्त और संतुलित करता है। जिससे मस्तिष्क को ताजा आक्सीजन प्राप्त होती है। जो मानसिक विकास में वृद्धि करती है। सूर्य नमस्कार व्यक्ति के सर्वांगीण विकास में सहायक है। इस अवसर पर डाइट स्टाफ सदस्य भी उपस्थित रहे।     |     दतिया में सामूहिक सूर्य नमस्कार कार्यक्रम के दौरान प्रधानाध्यापक की हार्ट अटैक से मौत     |     लालड़ी बहना योजना की 20 वीं किस्त जारी, 1 करोड़ 27 लाख महिलाओं के बैंक खातो में 1553 करोड़ ट्रांसफर     |     QR Code बदलकर दुकानदारों से ठगी, चालबाज के खाते में पहुंच रहा था ग्राहकों का भेजा पैसा     |    

Pradesh Samna
पत्रकार बंधु भारत के किसी भी क्षेत्र से जुड़ने के लिए सम्पर्क करें