संसद का विशेष सत्र 18 सितंबर को पुरानी संसद में शुरू हुआ, लेकिन कल से नई संसद में कार्यवाही शुरू हो गई है, कल ही सरकार ने नारी शक्ति वंदन बिल पेश किया, जिसके माध्यम से लोकसभा और विधानसभाओं में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण दिया जाएगा, आज लोकसभा में इस बिल पर चर्चा हो रही है, विपक्ष की तरफ से सोनिया गांधी बात रखेंगीं, भारत की महिला में हिमालय जैसा धीरज है, नए भारत के निर्माण में पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर महिलाएं लड़ीं, महिला कभी तकलीफों के बोझ के तले नहीं दबी, स्त्री ने कठिन समय में महात्मा गांधी, नेहरू, पटेल के सपनों को जमीन पर उतारा, इंदीरा गांदी का व्यक्तिव इसकी मिसाल है, कांग्रेस सरकार पहले भी बिल लाई जो गिर गया, इसके पास होने से खुशी है, लेकिन एक चिंता है, सवाल है कि 13 सालों से स्त्री अपनी राजनैतिक जिम्मेदारी का इंतजार कर रही, अब उन्हें कितने साल इंतजार करने के लिए कहा जा रहा है, 2 साल, 4 वर्ष, 8 वर्ष, कितने वर्ष. हमारी मांग है कि ये बिल फौरन अमल में लाया जाए, इसके साथ ही कास्ट सेंसस करवाकर SC/ST/OBC आरक्षण दिया जाए, ये बिल मेरे जीवनसाथी राजीव गांधी लाए थे, ये मेरी जिंदगी का बहुत मार्मिक क्षण है, इस बिल के पास होते ही राजीव गांधी का अधूरा सपना पूरा हो जाएगा।