भारतीय मूल के थर्मन शनमुगरत्नम ने सिंगापुर के 9वें राष्ट्रपति के रूप में ली शपथ, चुनाव में दर्ज की थी ऐतिहासिक जीत
सिंगापुर में जन्मे भारतीय मूल के अर्थशास्त्री थर्मन शनमुगरत्नम ने गुरुवार, 14 सितंबर को सिंगापुर के नौवें राष्ट्रपति के तौर पर पद एवं गोपनीयता की शपथ ली। इससे पहले पूर्व राष्ट्रपति हलीमा याकूब ने 13 सितंबर को अपना कार्यकाल पूरा किया। उसके बाद चुनाव में जीत दर्ज कर थर्मन शनमुगरत्नम ने नये राष्ट्रपति के रूप में शपथ ग्रहण किया। बता दें सिंगापुर में राष्ट्रपति का कार्यकाल छह साल का होता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उनके सिंगापुर का राष्ट्रपति चुने जाने पर बधाई दी थी। उन्होंने लिखा था कि मैं भारत-सिंगापुर रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के लिए आपके साथ मिलकर काम करने को लेकर आशान्वित हूं।
चुनाव में मिली शानदार जीत
बता दें कि राष्ट्रपति चुनावों में थर्मन शनमुगरत्नम को शानदार जीत मिली थी। 1 सितंबर को हुए मतदान में उन्हें 70 प्रतिशत से अधिक वोट मिले। उन्हें चीन से आए लोगों ने भी जमकर वोट दिया। इनके खिलाफ दो चीनी मूल के प्रत्याशी भी मैदान में थे, लेकिन उन्हें करीब 15 प्रतिशत वोट ही मिले। सिंगापुर में 2011 के बाद पहला राष्ट्रपति चुनाव हुआ था। इसमें जीत दर्ज करने के बाद शनमुगरत्नम ने कहा था कि मुझे इतनी बड़ी जीत की उम्मीद नहीं थी। इन लोगों ने मुझे मुझे वोट देने का फैसला किया था, यह काफी प्रेरणादायक है।
थर्मन शनमुगरत्नम का करियर
राष्ट्रपति बनने से पहले थर्मन ने कई प्रमुख पदों पर काम किया। वह 2019 से 2023 तक वरिष्ठ मंत्री, 2015 से 2023 तक सामाजिक नीतियों के समन्वय मंत्री और 2011 से 2023 तक सिंगापुर के मौद्रिक प्राधिकरण के अध्यक्ष शामिल थे। उन्होंने मई 2011 से मई 2019 तक उपप्रधानमंत्री के रूप में भी काम किया था। इसके अवाला थर्मन इकोनॉमिक्स ऑफ वाटर पर ग्लोबल कमिशन के सह-अध्यक्ष थे।
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