उज्जैन संभाग का आठवां जिला नागदा 4 तहसीलों और 422 गांवों को मिलाकर बनाया जा रहा है। इसके लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को घोषणा कर दी है। घोषणा के साथ ही मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा है कि वह तुरंत प्रस्ताव तैयार कर शासन के पास भेजें। इस पर तुरंत कार्यवाही होगी। मुख्यमंत्री के इस आदेश का पालन करते हुए कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने प्रस्ताव तैयार कर शासन के पास भेज दिया है। बहुत जल्दी इस पर चर्चा के बाद अंतिम मुहर लग जाएगी। जिसके बाद नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा और नागदा मध्य प्रदेश का एक नया जिला अस्तित्व में आ जाएगा
नागदा जिला बनाने की मांग की स्थानीय लोग काफी समय से कर रहे थे। लोगों की मांगो को ध्यान में रखते हुए शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को इसके लिए घोषणा कर दी। अधिकारियों को निर्देश देकर प्रशासन से प्रस्ताव शासन के पास मंगवा लिया है। 4 तहसीलों को मिलाकर नागदा जिला बनाएगा। जिसमें उज्जैन की 2 तहसील जिसमें नागदा और खाचरौद तथा रतलाम जिले की 2 तहसील आलोट और ताल को शामिल किया जा रहा है। कुल मिलाकर नागदा जिला नागदा,खाचरौद, आलोट और ताल तहसील को मिलाकर अस्तित्व में आएगा।
इस जिले में 422 गांव शामिल होंगे। तथा 200 ग्राम पंचायत इस जिले में होंगी। शुरुआत में जरूर 4 तहसीलें रहेंगी लेकिन आगे चलकर इनमें उन्हैल को 5वीं तहसील बनाई जाएगी। इस तरह जिला 5 तहसीलों का जिला बनेगा।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसकी घोषणा करते हुए यह भी कहा कि 2 महीने में पूरी प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी इसके लिए कलेक्टर ने तत्परता दिखाते हुए प्रस्ताव तैयार कर भेज दिया है। माना जा रहा है कि कलेक्टर द्वारा भेजे गए प्रस्ताव पर चर्चा के उपरांत शासन से स्वीकृति देगा जिसके बाद अधिसूचना जारी की जाएगी।
वही अधिसूचना जारी होने के बाद दावा आपत्ति मंगवाने का समय निश्चित किया जाएगा। दावा आपत्ति का कार्य पूरा होने के पश्चात शासन द्वारा फाइनल नोटिफिकेशन जारी कर दिया जाएगा जिसके बाद अधिकृत रूप से नागदा जिला बनेगा। इस पूरी प्रक्रिया में डेढ़ से 2 महीने का समय लग सकता है संभावना जताई जा रही है कि सितंबर महीने के अंत तक नागदा जिला बन जाएगा।