श्योपुर। कौन बनेगा करोड़पति में लाख रुपये जीनते वाली महिला तहसीलदार अमिता सिंह तोमर ने शनिवार को आवेदन संजय कुमार को आवेदन देकर इस्तीफा वापस मांगा है। बता दें किउनको तहलसीदार नहीं बनाए जाने से नाराज होकर उन्होने शुक्रवार को इस्तीफा दिया था। कलेक्टर को दिए आवेदन में महिला तहसीलदार अमिता सिंह तोमर ने लिखा है कि गत दिवस प्रशासनिक अधिकारियों के बीच किए गए कार्य विभाजन में उनको उपेक्षा होने से मानसिक रूप से तनाव में आ गई थी, इसलिए मैने नौकरी से इस्तीफा देने के लिए आवेदन दिया था, जिसका मुझे खेद है। इसलिए अब इस्तीफा के लिए दिया गया आवेदन निरस्त किया जाए। इस मामले में कलेक्टर संजय कुमार का कहना है कि, विगत 4 वर्ष से श्योपुर जिले में पदस्थ तहसीलदार अमिता सिंह तोमर को निर्वाचन आयोग के नियमानुसार इस जिले से अन्यत्र स्थान पर स्थानातंरण की संभावना को दृष्टिगत रखते हुए तहसीलदार नहीं बनाया गया। सीनियर अधिकारी होने के बाद इस प्रकार आचरण एवं व्यवहार उचित नहीं है।
यह था मामला
महिला तहसीलदार अमिता सिंह तोमर ने कलेक्टर को सौंपे त्यागपत्र में लिखा है कि लगातार उनकी वरिष्ठता की अनदेखी की जा रही है। तहसीलदार की गरिमा का अनादर किया जा रहा है। वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा नायब तहसीलदारों, अधीक्षक भू-अभिलेख को लगातार तहसीलदार का प्रभार दिया जा रहा है। उन्हें पहले तहसीलदार बनाया जाना था, लेकिन निर्वाचन शाखा और वर्तमान में अधीक्षक भू अभिलेख बना रखा है। उन्होंने लिखा कि लगातार पांच वर्ष से मेरा तिरस्कार और अपमान हो रहा है। कनिष्ठों को अपने से ऊपर देखकर अत्यधिक मानसिक वेदना से भर चुकी हूं। नये कलेक्टर के आने से मुझे इस बार लग रहा था कि, मुझे तहसीलदार बनाया जाएगा लेकिन इस बार भी मेरा अपमान किया गया, इसलिए शासकीय नौकरी से इस्तीफा दे रही हूं।
चर्चा में रही है तहसीलदार
इंटरनेट मीडिया पर विवादित पोस्ट व कमेंट डालकर प्रशासन की कार्रवाई को गलत बताने और संविधान से जुड़ी एक पोस्ट पर आपत्तिजनक कमेंट करने पर कलेक्टर ने तहसीलदार अमिता सिंह को नोटिस दे दिया था। तत्कालीन कलेक्टर प्रतिभा पाल के अनुमोदन पर चम्बल कमिश्नर रेनू तिवारी ने तहसीलदार अमिता सिंह तोमर को निलंबित कर भोपाल अटैच कर दिया था। बता दें, अमिता सिंह के पति ग्वालियर में ट्रांसपोर्ट कारोबारी हैं।
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