पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा के बाजौर इलाके में जमीयत उलेमा इस्लाम फजल (जेयूआई-एफ) की बैठक में बम धमाका हुआ है। इलाके में अफरा-तफरी मच गई। पाकिस्तानी न्यूज वेबसाइट डॉन डॉट कॉम के अनुसार, पांच एंबुलेंस घटनास्थल पर पहुंच गई हैं। इस घटना में 35 लोगों की मौत हो गई और 200 लोग घायल हो गए।
पुलिस ने इलाके को घेरा
पाक मीडिया के अनुसार, ये विस्फोट जेयूआई-एफ के कार्यकर्ता सम्मेलन को निशाना बनाकर किया गया। विस्फोट दुबई मोड के पास हुआ है। रेस्क्यू 1122 के प्रवक्ता बिलाल फैजी ने बताया कि पुलिस और बचाव कर्मी मौके पर पहुंचे और घायलों को अस्पताल पहुंचाया। पुलिस की एक बड़ी टुकड़ी ने इलाके को घेर लिया है।
एक दर्जन से ज्यादा कार्यकर्ता घायल
जियो न्यूज से बातचीत में जेयूआई-एफ नेता हाफिज हमदुल्ला ने कहा, ‘उन्हें आज सम्मेलन में भाग लेना था, लेकिन व्यक्तिगत प्रतिबद्धताओं के कारण नहीं आ सके।’ उन्होंने कहा कि मुझे जो रिपोर्ट मिली है कि एक दर्जन से ज्यादा कार्यकर्ता घायल हो गए हैं। जेयूआई-एफ नेता ने कहा कि मैं विस्फोट की कड़ी निंदा करता हूं। इसके पीछे के लोगों को संदेश देना चाहता हूं कि यह जिहाद नहीं बल्कि आतंकवाद है। उन्होंने कहा, ‘आज की घटना मानवता पर हमला है।’
हमदुल्ला ने मांग की कि विस्फोट की जांच होनी चाहिए। यह पहली बार नहीं जब जेयूआई-एफ को निशाना बनाया गया है। ऐसा पहले भी हो चुका है। उन्होंने कहा कि हमारे कार्यकर्ताओं को निशाना बनाया गया है। हमने इस संसद में आवाज उठाई लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
पीएम शरीफ ने दिए जांच के आदेश
प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं, जिससे इसके पीछे के साजिशकर्ताओं का पता लगाया जा सके। डीआइजी पुलिस मलकंद रेंज नासिर महमूद सत्ती का कहना है कि शुरुआती जांच में आत्मघाती हमले का पता चला है। विस्फोट के प्रकार की जांच के लिए घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। इलाके को सील कर दिया गया है। साथ ही जांच अभियान चलाया जा रहा है।
बता दें कि पिछले कई महीनों से पाकिस्तान में आतंकी हमलों की घटनाओं में वृद्धि हुई है। 30 जनवरी को पेशावर की एक मस्जिद में आत्मघाती हमले में 101 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 200 लोग घायल हुए थे।
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