हरियाणा के नूंह में “अवैध” निर्माणों के खिलाफ बड़े पैमाने पर चलाए जा रहा अभियान हिंसा प्रभावित राज्य में दो समुदायों के बीच टकराव की नई वजह बन गया है, नूंह जिला प्रशासन ने अतिक्रमण के खिलाफ चलाए अभियान के चौथे दिन सहारा होटल को ढहाने के लिए बुलडोजर मंगवाया है, शनिवार को मेडिकल स्टोर समेत करीब एक दर्जन दुकानें तोड़ दी गई, हिंसा प्रभावित नूंह से करीब 20 किलोमीटर दूर तावडू में रहने वाले प्रवासियों की झोपड़ियां सरकारी जमीन पर अतिक्रमण करने के आरोप में इस सप्ताह की शुरुआत में तोड़ दिया गया था, अधिकारियों का कहना है कि जिन दुकानों और घरों को ध्वस्त किया जा रहा है वो लोग हाल की झड़पों में शामिल थे, अलग-अलग इलाकों में अब तक 50 से 60 निर्माण तोड़े जा चुके हैं, गिरफ्तारी के डर से कई लोग भाग गए हैं, तीन दिनों तक नूंह में अलग-अलग जगहों पर बुलडोजर की कार्रवाई की गई है और सूत्रों का दावा है कि अधिकारी उन अवैध कब्जों को निशाना बना रहे हैं जिन्हें पिछले कई सालों से हटाया नहीं जा सका है, नूंह में सोमवार को विश्व हिंदू परिषद के जुलूस पर भीड़ द्वारा हमला किए जाने के बाद भड़की सांप्रदायिक झड़प में दो होम गार्ड और एक मौलवी समेत छह लोगों की मौत हो गई, शाम ढलते-ढलते हिंसा बढ़ती गई, आधी रात के बाद एक मस्जिद को आग लगा दी गई, नूंह और पड़ोसी गुरुग्राम में भीड़ के उग्र होने के कारण सौ से अधिक वाहनों को आग लगा दी गई और तोड़फोड़ की गई, हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने हिंसा के पीछे “एक बड़े गेम प्लान” का आरोप लगाया है, लेकिन कथित खुफिया विफलता के विपक्ष के दावों को भी खारिज कर दिया है, हालांकि, नूंह के पुलिस अधीक्षक का कहना है कि उन्हें अब तक झड़प के पीछे किसी मास्टरमाइंड का कोई संकेत नहीं मिला है, अब तक 106 प्रथम सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) दर्ज की गई हैं और 216 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है, 24 एफआईआर सोशल मीडिया पोस्ट के खिलाफ हैं और चार लोगों को उस सामग्री के लिए गिरफ्तार किया गया है जिसके कारण संभवतः हिंसा हुई।