ग्वालियर। इस बार टमाटर महंगा हुआ तो किसान अब 150 हेक्टेयर भूमि में टमाटर की बुवाई करने जा रहे हैं। उद्यानिकी विभाग के अधिकारी एमपीएस बुंदेला का कहना है कि इस बार किसान 150 हेक्टेयर में टमाटर की बोवनी करने जा रहे हैं। एक हेक्टेयर में करीब 25 हजार पौध तैयार होगी। जिसके लिए उद्यानिकी विभाग बीज उपलब्ध करा रही है। जिसकी मदद से किसान अपने खेत में टमाटर की फसल तैयार करेंगे। पौध तैयार होने में 30 दिन और टमाटर लगने के लिए 60 दिन कुल 90 दिन में किसान के खेत में टमाटर की फसल आ जाएगी।
कृषि वैज्ञानिक राय सिंह कुशवाह का कहना है कि सभी सब्जियों की पौध की मांग इस बार अधिक है। लेकिन इन सब में टमाटर की पौध की मांग कुछ ज्यादा हैं। किसान के साथ साथ आमजन भी पौध खरीदने के लिए आ रहे हैं। अभी तक सभी सब्जियों को मिलाकर 50 से 60 हजार पौध बेची जा चुकी है जिसमें 20 से 30 हजार टमाटर की पौध बिक चुकी है, जबकि मिर्ची,बैंगन,गोभी,भिंडी आदि सब्जी की पौध भी खूब बिक रही है। टमाटर की मंहगाई को झेल रहे शहरवासियों ने अब इसका विकल्प चुनना शुरू कर दिया है।क्योंकि फिलहाल महंगाई से शहर वासियों को राहत मिलने वाली नहीं है ,टमाटर की फसल आने में अभी पूरे दो माह का वक्त् लगेगा।
इसलिए लोग घर के गार्डन से लेकर खाली पड़ी छत पर टमाटर सहित अन्य सब्जियां उगा रहे हैं। विशेषज्ञों से सलाह लेकर लोग अब घर में टमाटर,मिर्ची,बैंगन आदि सब्जी की हाइब्रिड पौध ला रहे हैं।जल्द ही आपको घरों के गार्डन में लाल टमाटर के गुच्छे नजर आएंगे । क्योंकि हाइब्रिड पौध से कम समय में गुणवत्ता पूर्ण सब्जी तैयार होगी। यह सब्जी पौषक तत्वों से भरपूर होगी और महंगाई से भी राहत देगी। गोविंदपुरी की रहने वाली विनीता कुशवाह का कहना है कि कृषि विशेषज्ञ की राय पर गिनती के दस टमाटर,दस मिर्ची और इतने की बैंगन की पौध लगाई है। जिन्हें आर्गेनिक पद्दति से उगा रहे है,किसी तरह के कैमिकल का प्रयोग नहीं किया जाएगा। रोग से बचाने के लिए इस पर गौ-मूत्र का छिड़काव करेंगे। जिससे इन पौधों से तैयार होने वाली सब्जी पूरी तरह से पौष्टिक होगी।
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