हफ्ते के अंतिम कारोबारी दिन घरेलू शेयर बाजार में बड़ी गिरावट देखने को मिली। लगातार चौथे कारोबारी दिन शुक्रवार के बाजार बंद होते समय सेंसेक्स 980.93 अंकों की गिरावट के साथ 59,845.29 अंकों पर बंद हुआ। वहीं दूसरी ओर, निफ्टी 320.55 अंकों की गिरावट के साथ 17,806.80 अंकों के लेवल पर बंद हुआ। घरेलू शेयर बाजार में यह पिछले तीन महीने की सबसे बड़ी गिरावट है। बैंक निफ्टी 740 अंकों की गिरावट के साथ 41668 के स्तर पर बंद हुआ। मिडकैप इंडेक्स में तो 3.76 फीसदी यानी 1179 अंकों की गिरावट आई और यह 30157 पर बंद हुआ।
बीते चार कारोबारी दिनों में घरेलू शेयर बाजार में निवेशकों को करीब 20 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। पिछले तीन महीनों की बढ़त बाजार ने पिछले चार दिनों में ही गंवा दी है। शुक्रवार के कारोबारी सेशन में टाटा स्टील, टाटा मोटर्स, स्टेट बैंक, बजाज फाइनेंशियल सर्विसेज और विप्रो जैसी कंपनियों के शेयरों में गिरावट दिखी। कोटक सिक्योरिटीज के अमोल अठावले के अनुसार कमजोर वैश्विक संकेतों और मंदी के बाहरी कारकों ने दोनों प्रमुख बेंचमार्क सूचकांकों को मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे धकेल दिया।
तकनीकी रूप से, लंबे समय के बाद सूचकांक 50 दिन के एसएमए (सिंपल मूविंग एवरेज) से नीचे बंद हुआ और साप्ताहिक चार्ट पर एक लंबी मंदी का कैंडल बना जो मोटे तौर पर नकारात्मक है। व्यापारियों के लिए, जब तक सूचकांक 18000 से नीचे कारोबार कर रहा है, तब तक इसमें गिरावट की आशंका बनी रहेगी यह 17600-17500 तक फिसल सकता है। दूसरी तरफ, 18000 का लेवल मजबूत प्रतिरोध क्षेत्र के रूप में कार्य कर सकता है। अगर निफ्टी इंडेक्स 18000 का लेवल पार करता है तो यह 50 दिन के एसएमए या 18150-18200 तक पहुंच सकता है।
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