घोषित आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह पर जूता फेंकने का चैलेंज दिया है। इसके बदले 25 हजार डॉलर इनाम देने की बात कही है। उसने सोशल मीडिया में एक वीडियो जारी किया है, जिसमें जबलपुर में खालिस्तान के एक कथित समर्थक की गिरफ्तारी का विरोध किया है। जबलपुर में खालिस्तान के कथित समर्थक प्रभजोत सिंह उर्फ जस की गिरफ्तारी को आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने गलत ठहराया है। एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने वीडियो की जांच केंद्रीय एजेंसियों के स्तर पर किए जाने की बात कही है। वीडियो में SFJ यानि सिख्स फॉर जस्टिस के जनरल काउंसिल गुरपतवंत सिंह पन्नू कह रहा है कि ‘हम इंडियन कॉन्स्टिट्यूशन पर भरोसा नहीं करते, न ही हम यूनियन के तौर पर भारत में भरोसा करते हैं’, इसलिए ये चुनौती दे रहा हूं। इसके अलावा, पन्नू ने भिंडरावाले को आतंकवादी कहे जाने पर आपत्ति दर्ज कराई है। वह भिंडरावाले को वीडियो बयान में शहीद बता रहा है, वीडियो में गुरपतवंत सिंह पन्नू ने चैलेंज के लिए सिकलीगर और सिख समाज के लोगों को 25 हजार डॉलर का इनाम दिए जाने की घोषणा की है। 18 दिसंबर को जबलपुर में सिख समाज के चल समारोह में रांझी के रहने वाला प्रभजोत सिंह ट्रैक्टर पर भिंडरावाले का फोटो लगाकर पहुंचा था। साथ ही, खालिस्तान समर्थक भिंडरावाले के गाने जुलूस में बजाए थे। इसके चलते पुलिस ने प्रभजोत को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। पुलिस ने प्रभजोत के खिलाफ धारा 153 (1) , 505 (1) के तहत मामला दर्ज किया था। प्रभजोत सिंह हायर सेकेंडरी तक पढ़ा है। वह जबलपुर में डेयरी संचालित करता है। पुलिस को पूछताछ में युवक ने बताया कि ट्रैक्टर पर खालिस्तान समर्थक भिंडरावाला का पोस्टर एक संत के रूप में लगाया था। गुरपतवंत सिंह पन्नू मूल रूप से पंजाब के खानकोट का रहने वाला है। बाद में वह विदेश चला गया। जहां आईएसआई के सहयोग के सिख्स फॉर जस्टिस कैंपेन चला रहे हैं। साथ ही, पंजाब में खालिस्तानी अलगाववादी मुहिम को दोबारा जिंदा करने की कोशिश में लगा है। उसके खिलाफ एनआईए में केस दर्ज है। वह पुलिस गिरफ्त से बाहर है।