एनडीआरएफ की 11वीं वाहिनी की टीम द्वारा जिला प्रशासन के साथ जिले में आपदा प्रबंधन को लेकर टेबल टाॅप एक्सरसाइज की गई। कलेक्टर साकेत मालवीय ने कहा कि जिले में संभावित आपदाओं से निपटने के लिए जिले के आपदा प्रबंधन प्लान को पुनव्र्यवस्थित करें। प्रत्येक आपदा से निपटने के लिए एक एसओपी विकसित करें। संबंधित विभागों को उनकी जिम्मेदारियों से अवगत कराते हुए उन्हें प्रशिक्षित करें।
कलेक्टर ने कहा कि आपदा के समय लोगों का समय से राहत एवं बचाव करना हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है। आपदा बिना पूर्व सूचना के आती है इसलिए आपदा से निपटने के लिए प्रारंभिक तैयारी आवश्यक है। इसके साथ ही कलेक्टर ने स्थानीय लोगों को भी आपदा से निपटने के विषय में जागरूक करने के निर्देश दिए हैं तथा भविष्य में विभागीय समन्वय के लिए कार्यशालाओं के आयोजन के निर्देश दिए गए हैं।
एनडीआरएफ के उप कमांडेंट रामभवन सिंह ने कहा कि आपदा के समय रिस्पान्स टाइम सबसे महत्वपूर्ण होता है इसलिए स्थानीय लोगों की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। उन्होने कहा कि आपदा के समय छोटी-छोटी सावधानियों से ही बहुमूल्य जिन्दगियों को बचाया जा सकता है। आपदा के नियंत्रण के संबंध में प्रशासनिक मुस्तैदी के साथ-साथ लोगों की जागरूकता भी आवश्यक है।
बैठक में अपर कलेक्टर बी.के. पाण्डेय, उपखण्ड अधिकारी गोपद बनास नीलेश शर्मा, डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट एल.बी. कोल सहित संबंधित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहें।
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