प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चीन और अमेरिका सहित विश्व के कई देशों में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर बृहस्पतिवार को एक उच्च स्तरीय बैठक की और देश में कोविड-19 की ताजा स्थिति की समीक्षा की। वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से हुई इस बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मांडविया और नागरिक विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के अलावा स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण, गृह सचिव अजय कुमार भल्ला, नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी परमेश्वरन अय्यर सहित स्वास्थ्य व गृह मंत्रालय के कई वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।
चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, फ्रांस और अमरीका में कोविड के बढते मामलों को देखते हुए केंद्र सरकार सक्रिय हो गई है। इस सिलसिले में केंद्र सरकार ने बुधवार को एक समीक्षा बैठक की थी। विश्व के कुछ देशों में पिछले दिनों कोविड-19 के बढ़ते मामलों के परिप्रेक्ष्य में केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मांडविया ने इस बैठक से ठीक पहले संसद के दोनों सदनों में बयान भी दिया और कहा कि देश में स्थिति नियंत्रण में है और वैश्विक स्थिति पर सरकार नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘ पिछले तीन वर्ष में कोविड-19 ने वैश्विक स्वास्थ्य के लिए खतरा पैदा किया है जिससे हर देश प्रभावित हुआ है। पिछले कुछ समय में कुछ देशों में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि दर्ज की गई है।
मांडविया ने कहा कि कोरोना महामारी अभी खत्म नहीं हुई है, कोविड समय-समय पर अपना स्वरूप बदल रहा है, ऐसे में टीका लेने के साथ सभी को सतर्क रहना चाहिए एवं सुरक्षा उपायों का पालन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि आने वाले त्योहार और नये साल के मद्देनजर राज्यों को सतर्क रहकर लोगों के बीच मास्क पहनने, हाथ धोने, साफ-सफाई और सामाजिक दूरी बनाकर रखने जैसे प्रोटोकाल के प्रति जागरुकता लाने की सलाह दी गयी है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी चीन में कोविड-19 के बढ़ते मामलों पर चिंता जताई है। डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस अधानोम घेब्रेयेसू ने कहा है कि चीन में जोखिम के आकलन के लिए उनके संगठन को स्थिति की गंभीरता, अस्पताल में भर्ती मरीजों की संख्या और आईसीयू की जरूरतों पर विस्तृत जानकारी चाहिये। उन्होंने चीन से अनुरोध किया है कि वह संगठन को सभी आंकड़े उपलब्ध कराए।
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