भारत और बांग्लादेश के बीच टेस्ट सीरीज के दूसरे मैच में कुलदीप यादव को मौका नहीं दिया गया है। कुलदीप ने पहले मैच में कमाल का प्रदर्शन किया था। पहले बल्ले के साथ उन्होंने उपयोगी पारी खेली और अश्विन के साथ मिलकर 92 रन की साझेदारी की। इसके बाद पहली पारी में 40 रन देकर पांच विकेट लिए और दूसरी पारी में भी तीन विकेट निकाले। कुलदीप के शानदार प्रदर्शन की वजह से भारत ने यह मैच 188 रन से जीता। कुलदीप को प्लेयर ऑफ द मैच भी चुना गया।
इसके बाद कुलदीप यादव को दूसरे मैच में टीम से बाहर कर दिया गया। इस पर सुनील गावस्कर ने खासी नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि वह यकीन नहीं कर पा रहे हैं कि कुलदीप को टीम से बाहर किया गया है। गावस्कर के अलावा पूर्व महिला क्रिकेटर अंजुम चोपड़ा ने भी भारतीय कप्तान के फैसले पर हैरानी जताई।
कुलदीप की जगह जयदेव उनादकट को टीम में शामिल किया गया। इस मैच में भारतीय कप्तान ने तीन तेज गेंदबाजों को टीम में शामिल करने का फैसला किया। यह सभी के लिए चौकाने वाला था।
सुनील गावस्कर ने कहा “मैन ऑफ द मैच को ड्रॉप करना, यह अविश्वसनीय है। यही एकमात्र शब्द है जिसका मैं उपयोग कर सकता हूं और यह एक सामान्य शब्द है। मैं काफी कठोर शब्दों का उपयोग करना चाहूंगा, लेकिन यह अविश्वसनीय है कि आपने एक ‘मैन ऑफ द मैच’ खिलाड़ी को छोड़ दिया, जिसने 20 में से आठ विकेट लिए।”
भारतीय कप्तान लोकेश राहुल ने टॉस के दौरान कहा कि आज की पिच समझ से परे है। इसी वजह से उन्होंने कुलदीप की जगह जयदेव उनादकट को मौका दिया है। इस पर गावस्कर ने कहा “आपके पास दो अन्य स्पिनर हैं। इसलिए निश्चित रूप से, अन्य स्पिनरों में से एक को बाहर किया जा सकता था। लेकिन आठ विकेट लेने वाले इस खिलाड़ी को आज पिच को देखते हुए पूरे सम्मान के साथ खेलना चाहिए था।”
पूर्व भारतीय क्रिकेटर गणेश ने कहा “कुलदीप यादव के साथ ऐसा अक्सर क्यों होता है? आप उसके साथ बार-बार ऐसा नहीं कर सकते। कृपया कोई उसके कंधे पर हाथ रखें और उन्हें हिम्मत न हारने के लिए कहें। कुलदीप यादव होना कठिन है। बख्श दो। साथ ही जिस तरह से बांग्लादेशियों ने आखिरी टेस्ट में उनके खिलाफ संघर्ष किया था, आज उन्हें बाहर करने का फैसला और भी बेतुका है और क्रिकेट के तर्क को खारिज कर देता है। आप चाहते हैं कि आपका मैच विजेता बेंच पर बैठे?”
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.