पटना । बिहार के छपरा जिले में जहरीली शराब का कहर तीसरे दिन जारी है। अबतक 40 लोगों की शराब पीने से मौत हो चुकी है। कई लोगों का छपरा के सदर अस्पताल और पटना के पीएमसीएच में इलाज जारी है। इधर नीतीश कुमार ने सीधे तौर पर शराब पीने वालों को कसूरवार ठहराया है। उन्होंने कहा है कि जो शराब पीएगा वहां मरेगा ही। सीएम के बयान के बाद विपक्ष ने उन्हें निशाने पर लिया है।
बिहार में भाजपा सांसद सुशील मोदी ने कहा कि मैं मानता हूं कि जहरीली शराब की वजह से दूसरे राज्यों में भी लोग मर सकते हैं। आपने (नीतीश कुमार) बिहार में जब शराबबंदी लागू करने का निर्णय लिया तब फिर कैसे इतनी बड़ी संख्या में लोग मर रहे हैं इतनी बड़ी संख्या में लोग जेल कैसे जा रहे हैं? सुशील मोदी ने कहा कि बिहार में पिछले 6 साल में जहरीली शराब से 1000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है 6 लाख जेल जा चुके हैं।
वहीं केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि ये बिहार का दुर्भाग्य है। बिहार में जब से शराब नीति चली है तब से कई हजार लोग मर गए। मगर मुख्यमंत्री की संवेदना नहीं जगती और जब सदन में कोई इस उठाता है तब उससे ऐसा व्यवहार करते हैं जो कोई उम्मीद नहीं करता। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वह (नीतीश कुमार) भारी हताशा में हैं। वह डरे हुए हैं। इसके लिए नीतिश बाबू ने तेजस्वी यादव को 2025 में सीएम उम्मीदवार भी घोषित कर दिया।अगर बिहार की पुलिस कानून और नीतियों को लागू करने में सक्षम नहीं है तब नीतीश को इस्तीफा दे देना चाहिए। वहीं पूर्व राज्यसभा सांसद और जनता दल यूनाइटेड के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके आरसीपी सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार ने देश पर शासन करने की अपनी व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा की वेदी पर बिहार की बलि चढ़ा दी।
गोड्डा से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि बिहार में शराबबंदी नहीं है। यह सिर्फ नीतीश कुमार का अहंकार है। बिहार में चोरी-छिपे शराब की आपूर्ति करने के चलते हमारे राज्य के लोग गलत काम कर रहे हैं। निशिकांत दूबे ने कहा कि साल 2024 के बाद नीतीश कुमार घर जाएंगे और बिहार फिर से आजाद होगा।
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