श्री शाह ने संसद के दोनों सदनों में हंगामा किए जाने की निंदा करते हुए विपक्ष पर नाराजगी व्यक्त करते की। उन्होंने कहा लोकसभा में मंगलवार को विपक्ष ने प्रश्नकाल नहीं चलने दिया। मैं इस कृत्य की निंदा करता हूं।
श्री शाह ने कहा कि कांग्रेस जवाब दे कि वर्ष 2005-07 के बीच राजीव गाँधी फाउंडेशन ने चीनी दूतावास से जो एक करोड़ 35 लाख रुपये प्राप्त किए उनसे क्या किया। उन्होंने कहा कि यह विदेशी चंदा विनियमन अधिनियम (एफसीआरए) के अनुसार उचित नहीं था इसलिए गृह मंत्रालय ने कानूनी प्रक्रिया का पालन कर उस फाउंडेशन का पंजीकरण रद्द किया।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस देश को बताए कि राजीव गाँधी चैरिटेबल ट्रस्ट ने जाकिर नाइक की संस्था से बिना अनुमति के एफसीआरए खाते में जुलाई 2011 को 50 लाख रुपये क्यों लिए।
गृह मंत्री ने कहा कि 1962 में भारत की हजारों हेक्टेयर भूमि चीन ने हड़प ली। वर्ष 2006 में भारत में चीन के दूतावास ने पूरे अरुणाचल और नेफा पर दावा कर दिया था। श्री शाह ने कहा अब देश में मोदी सरकार है हमारी एक इंच भूमि भी कोई नहीं ले सकता।
गौरतलब है कि अरुणाचल प्रदेश के तवांग में नौ दिसंबर को भारतीय सीमा की ओर आने वाले चीन के सैनिकों के साथ भारत की सैन्य टुकड़ियों के साथ झड़प के मुद्दे पर संसद के दोनों सदनों में चर्चा कराने की माँग को लेकर आज कांग्रेस समेत कुछ विपक्षी दलों के हंगामे के कारण लोकसभा और राज्य सभा की कार्यवाही दोपहर बारह बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी थी।
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