बुरहानपुर (म.प्र.): बुरहानपुर के नावरा रेंज की बाकड़ी वन चौकी से 28 नवंबर को 17 बंदूकें, कारतूस लूटने वाले आरोपियों में से 3 आरोपियों की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इसके अलावा वन कटाई, अतिक्रमण सहित अन्य मामलों में शामिल एक और आरोपी को भी पकड़ा गया है जो डकैती में तो शामिल नहीं था, लेकिन उस पर नेपानगर थाने में 4 अलग अलग मामले दर्ज हैं।रविवार दोपहर इसका खुलासा करते हुए एसपी राहुल कुमार लोढ़ा ने बताया कि 28 नवंबर की रात वन चौकी बाकड़ी में 15-20 लोगों ने चौकी के सुरक्षाकर्मी भोला बारेला और उसकी पत्नी के साथ मारपीट कर चौकी शस्त्रागार की अलमारी में रखी 17 बंदुके और कारतूस लूटकर डकैती की घटना को अंजाम दिया था। सुरक्षाकर्मी भोला बारेला की शिकायत पर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ नेपानगर थाने में धारा 395, 397 के तहत केस दर्ज किया गया था। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए 3 टीमों का गठन किया गया था।डकैती के तीन आरोपियों भावलाल पिता भाया उर्फ शेखू बामनिया जाति तड़वी भील 32, प्रकाश पिता सधु बड़ोले 22 व गुडडु उर्फ हीरालाल पिता मकराम मेहता 22 सभी निवासी ग्राम पलासुर को गिरफ्तार किया गया। साथ ही एक अन्य आरोपी भुरू पिता मकराम 22 निवासी पलासुर को 4 अन्य मामलों में गिरफ्तार किया गया है। यह डकैती में शामिल नहीं था। इन चारों आरोपियों पर नेपानगर थाने में 4 मामले दर्ज हैं। जिसमें हत्या का प्रयास, मारपीट, आर्म्स एक्ट, शासकीय कार्य में बाधा सहित अन्य धाराओं के मामले हैं।12 से 15 आरोपी डकैती में शामिल, तलाश जारीएसपी ने बताया बाकड़ी वन चौकी में हुई डकैती में 12-15 आरोपी शामिल हैं। 3 की गिरफ्तारी हो चुकी है। अन्य आरोपियों की सघनता से तलाश की जा रही है। घटना में लूटे गए सभी हथियार जिसमें 17 बंदुकें, 12 बोर बंदुक के 652 नग कारतूस व 82 नग चले हुए कारतूस पुलिस ने पहले ही जब्त कर लिए हैं।आपराधिक रिकार्ड- प्रत्येक आरोपी पर दर्ज है कईं केसपकड़े गए अन्य 4 आरोपियों का आपराधिक रिकार्ड है। प्रत्येक पर आठ से दस और कुछ पर इससे भी अधिक मामले दर्ज हैं। अलग अलग धाराएं शामिल की जाए तो प्रत्येक पर दर्जनों धाराएं लगी है। यह सभी मामले नेपानगर थाने में दर्ज हैं।वन विभाग से निकाले गए पूर्व दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों की भी तलाशएसपी के अनुसार आरोपियों ने जिस घटना को अंजाम दिया है उसमें कहीं न कहीं यह बात भी निकलकर सामने आई है कि इसमें वन विभाग से निकाले जा चुके पूर्व दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों के दिमाग की उपज भी थी। ऐसे लोगों को चिह्नित कर लिया गया है। उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
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