फिरोजाबाद के कस्बा पाढ़म में मंगलवार की रात हुए अग्निकांड में एक ही परिवार के छह लोग जिंदा जल गए। मरने वालों में तीन बच्चे भी थे। इस अग्निकांड ने लोगों के दिल को झकझोर कर रख दिया। घटना के बाद से पाढ़म में मातम पसरा है। बुधवार की सुबह गमगीन माहौल में सभी शवों को अंतिम संस्कार किया गया। अंत्येष्टि स्थल पर एक ही चिता बनाई गई, जिस पर तीन माह की बच्ची समेत सभी छह मृतकों के शव रखे गए। मासूम के पिता नितिन ने मुखाग्नि दी तो उनके हाथ कांपने लगे। आंसुओं की धार बहने लगी। यह देख हर किसी की आंखें नम हो गईं।
पाढ़म निवासी रमन प्रकाश का बाजार में दो मंजिला घर है। मंगलवार रात को घर में शॉर्ट सर्किट के कारण भीषण आग लग गई, जिससे रमन प्रकाश के पुत्र मनोज कुमार, पत्नी नीरज, पुत्र हर्ष और भारत, रमन प्रकाश के छोटे पुत्र नितिन की पत्नी शिवानी और तीन माह की पुत्री तेजस्वी की जलकर मौत हो गई थी। रमन प्रकाश और नितिन घर से बाहर गए थे। इससे इनकी जान बच गई।आग लगने से परिवार के लोग पहली मंजिल पर फंस गए थे। इन्हें भागने तक का मौका नहीं मिला। रात करीब सवा 10 बजे तक एक-एक कर छह शव निकाले गए तो लोगों का कलेजा कांप गया। सभी शव बुरी तरह जल चुके थे।
बुधवार की सुबह सभी शवों का एक ही चिता पर अंतिम संस्कार किया गया। अंतिम संस्कार में आसपास के हजारों ग्रामीण शामिल हुए। हर किसी की आंखों में आंसु थे। वहीं भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को मशक्कत करनी पड़ी।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना पर गहरा दुख जताया। पीड़ित परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की। इसके साथ ही मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये की सहायता राशि दिए जाने के निर्देश दिए।पाढ़म में अग्निकांड के बाद बुधवार की सुबह कई घरों में चूल्हे तक नहीं जले। सुबह से बाजार बंद है। गलियों में मातम पसरा है। वहीं रमन प्रकाश और उनके बेटे नितिन का रो-रोकर बुरा हाल है। रिश्तेदार उन्हें ढांढस बंधा रहे हैं।
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