उत्तर कोरिया के सुप्रीम शासक किम जोंग-उन ने कहा है कि उनके देश का उद्देश्य दुनिया का सबसे शक्तिशाली परमाणु ताकत बनना है, इस महीने की शुरूआत में इंटरकॉन्टिकल बैलिस्टिक मिसाइल के परीक्षण में शामिल सैन्य अधिकारियों और वैज्ञानिकों को पदोन्नति देने के लिए आयोजित समारोह में किम जोंग-उन ने ये बात कही, किम जोंग-उन से इसे दुनिया का सबसे ताकतवर रणनीतिक हथियार बताया है और कहा है कि “ये हथियार दिखाता है कि ये देश दुनिया की सबसे ताकतवर सेना बनने का हौसला रखता है.” उन्होंने कहा कि सेना को अपना काम आगे बढ़ाना जारी रखना चाहिए, इस मौक़े पर वो अपनी बेटी के साथ नज़र आए, ये दूसरी बार था जब सार्वजनिक तौर पर उनकी बेटी उनके साथ दिखाई दी थीं, 18 नवंबर को ह्वासांग-17 मिसाइल के परीक्षण के मौक़े पर किम जोंग-उन अपनी बेटी के साथ नज़र आए थे, उत्तर कोरिया संदेश देना चाहता है की ये सांकेतिक क़दम है और इस बात की तरफ इशारा है कि उत्तर कोरिया इस रास्ते से पीछे नहीं हटेगा, उत्तर कोरिया ने इस मिसाइल को राष्ट्रीय हीरो कहा है, वहीं देश की सरकारी मीडिया ने कहा है कि ये मिसाइल साबित करता है कि उत्तर कोरिया परमाणु शक्ति बनने केवल लिए पूरी तरह तैयार है, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने उत्तर कोरिया के इस तरह के परीक्षण करने पर पाबंदी लगाई है, हालांकि इसके बावजूद उत्तर कोरिया लगातार मिसाइल परीक्षण करता रहा है।