भूकंप आपदा पर एनडीआरएफ की टीम ने किया मॉक अभ्यास, अधिकारियों सहित महाविद्यालय के प्रोफेसर व विद्यार्थी रहे मौजूद

डिंडौरी: डिंडौरी के शासकीय चन्द्र विजय महाविद्यालय के ग्राउंड में शनिवार को एनडीआरएफ की टीम ने स्थानीय जिला प्रशासन के साथ मिलकर प्राकृतिक आपदा और मानव निर्मित आपदा में बचाव कार्य का प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन के अधिकारी, महाविद्यालय के प्रोफेसर और छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।क्षतिग्रस्त बिल्डिंग और बिल्डिंग में आग पर कैसे करे इमरजेंसी ऑपरेशनएनडीआरएफ के सहायक कमांडेंट दिनकर त्रिपाठी ने बताया कि मॉक अभ्यास के दौरान भूकंप आपदा पर जैसे महाविद्यालय की इमारत ढह गई थी और कुछ कर्मचारी और छात्र फंस गए थे। ईओसी. (Emergency Operation Centre) को घटना के बारे में सूचित किया गया।जिसने एनडीआरएफ के नियंत्रण कक्ष और सभी संबंधित हितधारकों को आपात प्रतिक्रिया के लिए सूचित किया। एनडीआरएफ की टीम के पहुंचने से पहले भूतल पीड़ितों को प्रथम उत्तरदाताओं ने सुरक्षित निकाल लिया ।घटना स्थल पर पहुंचने पर एनडीआरएफ की टीम ने प्रारंभिक आकलन किया और एक साथ ऑपरेशन बेस, कमांड पोस्ट, मेडिकल पोस्ट, कम्युनिकेशन पोस्ट स्थापित किए। आकलन के तुरंत बाद टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया और कटिंग उपकरणों का इस्तेमाल करते हुए इमारत में क्षैतिज पहुंच बनाकर गंभीर रूप से फंसे पीड़ितों को बचाया।तीसरी मंजिल में फंसे अन्य पीड़ितों को विभिन्न रस्सी बचाव तकनीकों से बचाया गया। सभी पीड़ितों को तत्काल उपचार के बाद अस्पताल में शिफ्ट किया गया। इस मॉक अभ्यास का मुख्य उद्देश्य भूकंप आपदा के दौरान प्रभावित हुए व्यक्तियों के अमूल्य जीवन की रक्षा करना, सभी रिस्पॉन्स एजेंसियों का रेस्पोंस चेक करना व सभी हित धारकों के बीच आपसी समन्वय स्थापित करना व खोज, राहत व बचाव कार्य के संचालन में आने वाली कमियों की समीक्षा कर उन्हें दूर करना भी है।मॉक अभ्यास में पुलिस अधीक्षक संजय सिंह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जग्गनाथ मरकाम, ललित कुमार उद्दे डिस्टिक कमांडेंट, तहसीलदार बिसन सिंह ठाकुर, एसडीओपी आकांक्षा उपाध्याय, सिटी कोतवाली निरीक्षक भूपेंद्र पेन्द्रों, यातयात थाना प्रभारी राहुल तिवारी महा विद्यालय का स्टाफ और छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।

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