चंडीगढ़: पंजाब सरकार का विरोध करते GOG के प्रदर्शनकारी।बटाला के हलका फतेहगढ़ चूड़ियां स्थित एक स्कूल के कार्यक्रम में पहुंचे कैबिनेट मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने शामिल होना था। लेकिन उससे पहले ही गार्डियंस ऑफ गवर्नेंस (GOG) द्वारा आयोजन स्थल पर काले झंडे लहराकर पंजाब सरकार का जमकर विरोध किया गया। मौके पर पुलिसकर्मी भारी संख्या में तैनात थे, जिन्होंने (GOG) के सदस्यों को समझा बुझाकर विरोध प्रदर्शन शांत कराया। GOG के प्रदर्शनकारयों ने कहा कि सरकार ने बिना नोटिस दिए ही 9 सितंबर 2022 को GOG स्कीम खुशहाली के रखवाले को बर्खास्त कर दिया था। इससे समूह सैनिकों के स्वाभिमान को यह कहकर ठेस पहुंचाई गई कि जिस मकसद के लिए इन्हें नियुक्त किया गया था, उसे सफल बनाने में GOG स्कीम पूर्ण रूप से असफल रही है। बीते 4 साल में इसका कोई याेगदान नहीं रहा है। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा जो जिम्मेदारी GOG को दी गई थी, उसे आंखों से दूखना, कानों से सुनना और जमीनी हकीकत को सरकार के ध्यान में लाना था। असल में केंद्र सरकार और पंजाब सरकार द्वारा गरीबी रेखा से नीचे जीवन बसर कर रहे परिवारों के लिए 26 कल्याणकारी स्कीम उनका जीवन स्तर उपर उठाने के लिए सहायता के रूप में चलाई जा रही थी। प्रदर्शनकारियों ने कि मौजूदा सरकार के मंत्री या CM द्वारा उन्हें समय देकर मीटिंग नहीं की जा रही। GOG के प्रदर्शनकारियों ने कहा कि जब तक स्कीम को बहाल नहीं किया जाता, तब तक उनका संघर्ष निरंतर जारी रहेगा।
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