हरदा: हरदा जिले में किसानों को रवि सीजन के लिए आ रही खाद की कमी को लेकर कांग्रेस ने शनिवार को जिला सहकारी बैंक के सामने धरना देकर प्रदर्शन दिया था। जिसके बाद भारतीय किसान संघ ने भी जिला प्रशासन पर आरोप लगाए है।भारतीय किसान संघ के जिला प्रवक्ता राजनारायण गौर ने आरोप लगाते हुए कहा है कि भाकिसं ने बीते एक महीने पहले जिले की सभी तहसील मुख्यालयों पर ज्ञापन देकर किसानों के लिए खाद उपलब्ध कराने की मांग की गई थी लेकिन अवस्थाओं के चलते प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल के गृह जिले में किसानों को खाद के लिए भटकना पड़ रहा है।उन्होंने आरोप लगाया कि खाद वितरण में हो रही अव्यवस्था प्रशासनिक नाकामी को दर्शाता है।उन्होंने कहा कि प्रदेश भर के किसानों की समस्याओं को लेकर भाकिसं 22 नवंबर को भोपाल में एक दिवसीय विशाल आंदोलन करने जा रहा है।जिसमें प्रदेश भर के लाखों किसान शामिल होंगे।प्रशासन का दावा- जिले में नहीं है खाद की कमीकलेक्टर ऋषि गर्ग ने बताया कि जिले में उर्वरक उपलब्धता की कोई कमी नहीं है। किसानों को उनकी आवश्यकता अनुसार उर्वरक उपलब्ध कराया जाएगा। किसान उर्वरक की कमी संबंधी किसी की भी भ्रामक बातों में ना आएं। कलेक्टर गर्ग ने कहा है कि उर्वरक की कमी के संबंध में कुछ लोगों द्वारा अफवाह फैलाई गई थी, जिसके कारण किसानों में भ्रम की स्थिति उत्पन्न हुई। उन्होंने बताया कि अफवाह फैलाने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।उप संचालक कृषि एमपीएस चंद्रावत ने जिले में उर्वरक उपलब्धता के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि हरदा जिले को गत वर्ष से इस बार अधिक उर्वरक प्राप्त हुआ है। उन्होंने बताया कि हरदा जिले में इस समय 11910 मीट्रिक टन यूरिया उपलब्ध है,जबकि गत वर्ष 8317 मीट्रिक टन यूरिया ही उपलब्ध था। इसी तरह जिले में इस समय 12677 टन डीएपी उर्वरक उपलब्ध है। जबकि गत वर्ष 11121 मेट्रिक टन ही उपलब्ध था। जिले में 1090 मीट्रिक टन म्यूरेट ऑफ पोटाश उपलब्ध है, जबकि गत वर्ष पोटाश उर्वरक केवल 680 मीट्रिक टन ही उपलब्ध था। इसके अलावा जिले में इस समय 2532 मीट्रिक टन कॉम्प्लेक्स उर्वरक भी उपलब्ध है।
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