रायपुर: प्रदेश में रायपुर, बिलासपुर, कोरबा, रायगढ़ व दुर्ग- भिलाई में चल रही आयकर जांच के करीब डेढ़ दर्जन ठिकानों में से आधे से आधी रात जांच पूरी हो जाने की संभावना है।प्रदेश में रायपुर, बिलासपुर, कोरबा, रायगढ़ व दुर्ग- भिलाई में चल रही आयकर जांच के करीब डेढ़ दर्जन ठिकानों में से आधे से आधी रात जांच पूरी हो जाने की संभावना है। अब तक छापे में लाखों रुपए नगद मिलने की जानकारी है। इसके अलावा बड़ी मात्रा में जेवरात भी मिले हैं। जबकि बुधवार को 12 लाकर मिले थे जो बढ़कर आज 18 हो गए हैं। पहले दिन जांच के दौरान 35 लाख रुपए मिले थे। सूत्रों के अनुसार यह छापे डिप्टी डायरेक्टर आईटी इंवेस्टिगेशन विंग डीएस मीणा (रायपुर) की निगरानी में चल रही है। पूरी रात जांच के बाद आयकर टीम ने 60 लाख रुपए सीज किए हैं। यह जांच शुक्रवार भी जारी रहने की उम्मीद है।बुधवार को करीब 250 आईटी अफसरों की टीम ने मारूति फेरो एलायज, ग्रेविटी स्पंज समूह के 4-5 फैक्ट्री, बंगलों व ऑफिसों में छापे मारे थे। इन समूहों के औद्योगिक क्षेत्र सिलतरा खरोरा, रायगढ़, कोरबा, से लेकर झारसुगड़ा और कोलकाता में फैक्ट्री और आफिस हैं। कोलकाता और झारसुगड़ा में इनकी शैल कंपनियां मिली हैं।जांच टीमें सिलतरा में धनकुल स्टील, एचआरएस री-रोलर्स उरला, निर्माण टीएमटी, भवानी मोल्डर्स, मारूति फेरो एलायज, ग्रेविटी स्पंज,फेरोज एंड पावर खरोरा रोड स्थित नूतन आयरन उद्योग में भी डटी हैं। इनके संचालकों के लग्जोरा मोवा, फरिश्ता कांप्लेक्स, वालफोर्ट सिटी, मारूति सालिटेयर और रोमेंस्क्यू लभांडी स्थित घरों और दफ्तरों कुल 45 ठिकानों में पड़ताल चल रही है। कोलकाता, भोपाल, जबलपुर, इंदौर, दुर्ग, बिलासपुर और रायपुर रीजन के अफसरों की भारी भरकर टीम जांच कर रही है।चौकीदार बनकर छापा मारने पहुंचे थे आयकर अफसरकोलकाता से मिले इनपुट के बाद डीआईटी विंग ने इस अंतर की जांच के बाद यह कार्यवाही प्रारंभ की थी। ठिकानों पर सुरक्षा के लिए सीआरपीएफ के 250 सशस्त्र जवानों की टुकड़ी तैनात की गई है। आयकर विभाग ने राज्य पुलिस की सुरक्षा मांगा था लेकिन नहीं दिया गया। वैसे राजधानी में हाल के वर्षों में पड़े आईटी छापों में सीआरपीएफ की मदद ली जा रही है। इसे लेकर दिलचस्प बात सामने आई है कि आयकर अधिकारी ने बुधवार सुबह – सुबह चौकीदार बनकर पहुंचे थे। जब इन ठिकानों पर दबिश दी गई तो समूहों के मालिक और संचालक घर पर ही सोते मिले। उन्हें जगाया गया। अचानक कार्रवाई का वे विरोध नहीं कर सके।कर चोरी का रिकार्ड, दस्तावेज, कंप्यूटर समेटकर ही लौटेंगे जांच दलसूत्रों ने बताया कि बताया गया कि सरेंडर का प्रावधान न होने से दस्तावेज लेकर ही जांच दल ठिकाने छोड़ेंगे। जानकारों के मुताबिक नए नियमों में अब अघोषित आय पर टैक्स चोरी की राशि का प्रारंभिक आंकलन करके सरेंडर कराने का प्रावधान खत्म हो गया है। इसके चलते आयकर टीम सभी ठिकानों से आय – व्यय, कारोबार के लूज पेपर्स, और साफ्टवेयर रिकार्ड, कंप्यूटर वगैरह जब्त कर लौटेगी।अब तक की पड़ताल में मिले जेवर का मूल्यांकन जारीछापों के दौरान व्यय में बड़ा अंतर, कच्चे माल और उत्पादन में भी बड़ी गड़बड़ी मिली है। अफसर फिलहाल आय – व्यय, कच्चे और रेडिमेड स्टाक, डिजिटल रिकार्ड, जेवरात, बैंक लॉकर्स की जांच कर रहे हैं। दोनों ही ग्रुप के 18 बैंक लाकर्स, 60 लाख रुपए, बड़ी मात्रा में जेवरात व लाखों की अघोषित संपत्ति मिली हैं। जेवरों का मूल्यांकन किया जा रहा है। इस वजह से वजन की जानकारी नहीं है। फिलहाल आयकर विभाग की ओर से छापों के संबंध में अधिकृत जानकारी नहीं दी गई हैं। छापों की कारवाई कल भी जारी रहने के संकेत हैं।
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