12 ही दिन में फिर से बजरिया सब्जी मंडी पेट्रोल पंप के सामने मुख्य मार्ग पर काबिज हुए ठेले और थड़ी वाले
सवाई माधोपुर: कलेक्टर ने नगरपरिषद एवं यातायात पुलिस को अतिक्रमण नहीं करने की दी थी जिम्मेदारीजिला मुख्यालय पर अतिक्रमणों के कारण मार्ग का अवरुद्ध होना आम बात हो गई है। इस पर न तो नगर परिषद का ध्यान है और ना ही शहर की ट्रेफिक व्यवस्था संभालने वाली यातायात पुलिस का। अगर किसी का ध्यान है तो वह है एक मात्र कलेक्टर। कलेक्टर ही बार बार शहर के हालातों को सुधारने के लिए अपने चैंबर से बाहर आते हैं और हालातों को सुधारने का प्रयास करते हैं, लेकिन उनके द्वारा स्थापित की जाने वाली व्यवस्थाओं को संभालने वाला यहां कोई नहीं है।आलम यह है कि पिछले दिनों कलेक्टर ने बजरिया मुख्य बाजार में खुद खड़े होकर सब्जी मंडी के पास के अतिक्रमण हटवाए और दोबारा अतिक्रमण नहीं हो इसकी जिम्मेदारी नगर परिषद एवं यातायात पुलिस को दी, लेकिन दोनों ही विभागों ने कलेक्टर की इस व्यवस्था को गंभीरता से नहीं लिया और मात्र 12 दिनों में ही वहां पर फिर से अतिक्रमण हो गए।बड़ी समस्या: अतिक्रमण के कारण नगर परिषद भी नियमित सफाई नहीं कर पाती थीजिला मुख्यालय के बजरिया मुख्य बाजार में लंबे समय से सब्जी मंडी एवं वहां स्थित पेट्रोल पंप के सामने भारी अतिक्रमण एवं अवैध ठेले यातायात तथा पैदल लोगों के साथ दुपहिया वाहन चालकों के लिए भी परेशानी का सबब बने हुए थे। इन अतिक्रमणों के कारण वहां नगर परिषद भी नियमित सफाई नहीं कर पाती थी। 12 दिन पहले 22 जुलाई को जब कलेक्टर सुरेश कुमार ओला शहर के राउंड पर निकले तो उनको वहां की बदहाली दिखाई दी। कलेक्टर ने हाथोंहाथ खुद खड़े रह कर वहां से अतिक्रमणों को हटवाया और ठेलों के साथ थड़ियों को साफ करवा कर पूरा मार्ग खुलवा दिया। कलेक्टर ने मौके पर ही वहां दोबारा किसी प्रकार का अतिक्रमण नहीं हो, इसकी जिम्मेदारी नगर परिषद एवं यातायात पुलिस को दी। दो दिन तक तो वहां सब कुछ सामान्य रहा।
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