जगदलपुर: निलावाया के बरसाती नाले पर ग्रामीणों ने पेड़ गिराकर जुगाड़ का पुल बनाया है।छत्तीसगढ़ के बस्तर में बारिश ने अंदरूनी इलाकों के ग्रामीणों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। कई नदी-नाले उफान पर हैं। ऐसे में ग्रामीण जुगाड़ का पुल बना कर बरसाती नालों को पार कर रहे हैं। जिसकी कुछ तस्वीरें भी सामने आई है। दंतेवाड़ा के एक गांव में ग्रामीणों ने बरसाती नाले पर पेड़ गिरा कर उसका पुल बनाया है, तो वहीं कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान के एक गांव में चेक डेम को ग्रामीण 2 लकड़ी का पुल बनाकर पार करने मजबूर हो गए हैं। हालांकि, इन इलाकों में प्रशासन ने अब तक हालातों का जायजा नहीं लिया है।पहली तस्वीर दंतेवाड़ा जिले के निलावाया गांव की है। यहां लगातार हो रही बारिश की वजह से गोला नाला उफान पर है। इस नाले पर पहले पुल जरूर बनाया गया था, लेकिन नक्सलियों ने पुल को तोड़ दिया। जिसका खामियाजा आज ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने नाले के पास स्थित एक पेड़ को नाले के ऊपर गिरा दिया। पेड़ इतना लंबा है कि इसकी टहनियां नाले के दूसरे छोर को छू रही हैं। अब इसी जुगाड़ के पुल से सैकड़ों ग्रामीण आवाजाही करने और राशन समेत अन्य जरूरत का सामान लाने का इस्तेमाल कर रहे हैं।चेक डेम के किनारे की मिट्टी धसकी, तो ग्रामीण लकड़ी डाल कर रहे पार।दूसरी तस्वीर बस्तर के कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान इलाके में स्थित एक गांव की है। यहां कुछ महीने पहले ही प्रशासन ने एक चेक डेम बनाया था। लेकिन, बारिश की वजह से बरसाती नाला उफान पर रहा। जिससे डेम के किनारे की मिट्टी पानी के तेज बहाव के साथ बह गई। जिससे अब ग्रामीणों को आने-जाने में काफी परेशानी हो रही है। वहीं ग्रामीणों ने यहां 2 लकड़ियां डाल कर एक जुगाड़ का पुल बना दिया है। अब सैकड़ों ग्रामीण जान जोखिम में डालकर इसी जुगाड़ के पुल के माध्यम से इस डेम को पार कर रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि, प्रशासन को भी इस संबंध में जानकारी दे चुके हैं।सुकमा में नक्सलियों ने सड़क काट मार्ग बाधित किया था।सुकमा में नक्सलियों ने रोक दिया ग्रामीणों का रास्ताएक तरफ कुदरत तो दूसरी तरफ माओवादी, ग्रामीणों की राह और भी मुश्किल कर रहे हैं। माओवादियों ने जगरगुंडा मार्ग को अपना निशाना बनाया है। जगरगुंडा के नरसापुरम गांव में माओवादियों ने सड़क को काटा है। गड्ढें कर कहीं लकड़ियां डाली हैं तो कहीं पत्थर डाल मार्ग पूरी तरह से बाधित कर दिया है। नक्सलियों की इस करतूत की वजह से गांव वालों को काफी दिक्कतें हो रही थी। हालांकि, कोबरा बटालियन के जवानों ने मार्ग बहाल कर दिया है।
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