चंडीगढ़: बंदी सिखों की रिहाई के लिए शिरोमणि अकाली दल (बादल) ने मोर्चा खोल दिया है। अकाली दल के प्रधान सांसद सुखबीर बादल और उनकी सांसद पत्नी हरसिमरत कौर बादल ने संसद के बाहर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के आगे यह मुद्दा उठाया। इसके साथ ही अकाली दल दिल्ली में गुरूद्वारा बंगला साहिब से जंतर-मंतर तक मार्च भी निकाल रहा है। अकाली नेताओं का कहना है कि कई बंदी सिख अपनी उम्र कैद की सजा पूरी कर चुके हैं। इसके बावजूद उन्हें रिहा नहीं किया जा रहा।संसद भवन के बाहर बंदी सिखों की रिहाई की मांग के लिए प्रदर्शन करते सुखबीर बादल और हरसिमरत कौर बादल।शाह से बोले सुखबीर- पीएम ने घोषणा की थीकेंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से सुखबीर बादल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बंदी सिखों की रिहाई की घोषणा की थी। अभी तक वह बंदी सिख रिहा नहीं हुए हैं। सांसद हरसिमरत कौर बादल ने गृह मंत्री को कहा था कि आपने बंदी सिखों की रिहाई के लिए वादा किया था। उन्होंने बंदी सिखों की रिहाई की मांग की। इसके जवाब में गृह मंत्री शाह ने हां में सिर हिलाया।केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के आगे बंदी सिखों की रिहाई की मांग करते सुखबीर बादल।पंथक कार्ड के सहारे सियासी जमीन तलाश रहा अकाली दलपंजाब में अकाली दल की सियासी हालत काफी कमजोर हो चुकी है। लगातार वह 2 बार विधानसभा चुनाव बुरी तरह से हार चुके हैं। NDA से भी वह गठजोड़ तोड़ चुके हैं। ऐसे में पंजाब में उनकी सियासी पकड़ काफी ढीली हो चुकी है। जिसके बाद बंदी सिखों की रिहाई के जरिए अकाली दल फिर से पंथक इमेज को मजबूत बनाने में जुटा है। अकाली दल ने संगरूर लोकसभा उपचुनाव भी बंदी सिखों के नाम पर लड़ा लेकिन चौथे नंबर पर रहे।केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के आगे बंदी सिखों की रिहाई की मांग करते सुखबीर बादल और हरसिमरत कौर बादल।
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