नई दिल्ली । गुजरात और मध्य प्रदेश में बारिश से संबंधित घटनाओं में कम से कम 14 लोगों की मौत हो गई और पश्चिम और मध्य भारत के कुछ हिस्सों में सोमवार को हुई भारी बारिश के कारण हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया। महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में भारी बारिश और लगातार बारिश के कारण नासिक जिले में कई नदियों के जल स्तर में वृद्धि के बाद तीन व्यक्ति लापता हो गए, वहीं गोदावरी नदी के किनारे स्थित कई मंदिर जलमग्न हो गए। अधिकारियों ने कहा कि गढ़चिरौली जिले में पिछले तीन दिनों में तीन लोग नाले में बह गए और बाद में उनके शव निकाले गए। उन्होंने बताया कि हालांकि नाले में बह जाने के बाद से तीन और लोग अब भी लापता हैं। मुंबई और उसके आसपास के इलाकों में भी सोमवार को मध्यम बारिश हुई। एक सप्ताह से अधिक समय बाद सोमवार दोपहर को दिल्ली के कुछ हिस्सों में बारिश हुई, जिससे उमस भरे मौसम से थोड़ी राहत मिली। हालांकि, शाम होते-होते मौसम फिर से उमस भरा हो गया। मौसम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि राजस्थान में ज्यादातर जगहों पर मध्यम बारिश हुई जबकि सोमवार सुबह तक पिछले 24 घंटों में छिटपुट जगहों पर भारी बारिश हुई। दक्षिण और मध्य गुजरात जिलों के कई हिस्सों में भारी बारिश के कारण कम से कम सात लोगों की मौत हो गई। बारिश से कई इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई, जबकि 9,000 से अधिक लोगों को स्थानांतरित कर दिया गया और 468 को बचाया गया। प्रशासन ने आणंद, देवभूमि द्वारका, कच्छ, पोरबंदर, छोटाउदेपुर, तापी, नवसारी, वलसाड, नर्मदा और वडोदरा जिलों से कुल 10 हजार 674 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। इनमें से 6 हजार 853 अपने घर लौट चुके हैं जबकि करीब 3 हजार 821 लोग आश्रय स्थानों में हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुजरात को केंद्र से हर संभव मदद का आश्वासन दिया। राज्य आपदा प्रबंधन मंत्री राजेंद्र त्रिवेदी ने कहा, ”पिछले 24 घंटों में बारिश से संबंधित घटनाओं में सात लोगों की मौत हो गई, गुजरात में आकाशीय बिजली गिरने, डूबने, दीवार गिरने जैसी बारिश जनित घटनाओं में एक जून से अब तक 63 लोगों की मौत हो गई।
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