नीमच: आज पूरे देश में गुरु पूर्णिमा महोत्सव के रूप में मनाया जा रहा है। आषाढ़ मास की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है। इस बार गुरु पूर्णिमा पर ग्रह गोचरों का खास संयोग भी बन रहा है। ग्रह-गोचरों के बेहद ही खास संयोग के बीच आज बुधवार को गुरु पूर्णिमा मनाई गई है।आज के दिन गुरुओं के प्रति सम्मान प्रकट करने का खास महत्व माना जाता है। इसके साथ ही गुरु पूर्णिमा के दिन भगवान शिव और विष्णु की पूजा काफी लाभकारी होती है। वैसे तो हिन्दू धर्म में हर पूर्णिमा का खास महत्व है, लेकिन आषाढ़ मास की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा के नाम से मनाने का भी महत्व है।ज्योतिषाचार्यो के मुताबिक आज के दिन खास संयोग भी बन रहा है। गुरु पूर्णिमा के दिन तीन प्रमुख ग्रह एक ही राशि में विराजमान रहेंगे। ज्योतिषों का मत है कि गुरु पूर्णिमा के दिन सूर्य, शुक्र और बुध ग्रह मिथुन राशि में विराजमान रहेंगे। इन तीनों ग्रहों के एक ही राशि में विराजमान होने से त्रिगाही योग बनता है। त्रिगाही योग को बहुत फलदायी बताया जाता है।गुरु पूर्णिमा को लेकर नीमच में भी विभिन्न आयोजन हुए हैं। शिष्यों ने अपने गुरुओं के चरणों को पोंछ कर उनसे गुरु मंत्र लिया है और इच्छा अनुरूप दान पुण्य भी किया है।गुरू पूर्णिमा के अवसर पर हुआ भंडारे का आयोजनगुरु पूर्णिमा को लेकर समाजसेवी राकेश अरोरा मित्र मंडल ने साईं बाबा की महाआरती कर छप्पन भोग लगाया। उसके बाद कन्या पूजन कर गुरु प्रसाद महा भंडारे का आयोजन किया। जिसमें शहर सहित अंचल की जनता ने भंडारे का प्रसाद ग्रहण किया।साईं भक्तों और आयोजन समिति के सदस्यों ने बताया कि 2 वर्षों से कोरोना के चलते भंडारे सहित विभिन्न आयोजन बंद थे। अब कोरोना की पाबंदियां हटने के बाद इस साल गुरु पूर्णिमा के अवसर पर साईं भक्तों ने विशाल छठे भंडारे का आयोजन किया है। इस आयोजन में लगभग 10,000 से अधिक श्रद्धालुओं के आने की आशंका है। भंडारे को लेकर पर्याप्त व्यवस्था की गई है। इसके अतिरिक्त सांईं मंदिर पर समाजसेवी राकेश अरोरा मित्र मंडल ने महाआरती और छप्पन भोग का आयोजन किया है।
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