इंदौर: पेपर लैस बिल के बाद अब बिजली वितरण कंपनी गड़बड़ी करने वालों का पंचनामा भी डिजिटल बनाएगी। IT सेक्शन के इंजीनियर्स ने न्यू विजिलेंस इन्फॉर्मेशन सिस्टम (NVIS) एप बनाई है। अब मौके पर अधिकारियों को पेपर-पेन ले जाने की जरुरत नहीं पड़ेगी। इस एप से ही बिजली अधिकारी पंचनामा बनाएंगे और डिजिटल फॉर्मेट में ही अपनी साइन भी करेंगे। इससे पेपर की तो बचत होगी साथ ही विजिलेंस का काम भी तेज होगा।इस सिस्टम के आने से अधिकारियों का काम तो आसान होगा। साथ ही इसमें गलती होने की भी संभावना न के बराबर रहेगी। बिजली वितरण कंपनी के वरिष्ठ अधिकारी भी ट्रैकिंग और मॉनिटरिंग कर सकेंगे। बिजली वितरण कंपनी अपने बिजली बिलों को भी पेपर लैस करने की तैयारी में है। कंपनी का दावा है कि अगले दो माह में बिजली के बिल पूरी तरह से पेपर लैस हो जाएंगे।समय की बचत से तेजी से होगा काममप्र पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी इंदौर के एमडी अमित तोमर ने कहा NVIS नाम से मोबाइल एप्लिकेशन तैयार किया गया है। अब पंचनामा के फॉर्म डिजिटल तैयार होगा। इसमें संबंधित व्यक्ति, बिजली अधिकारी और वहां मौजूद गवाह की साइन भी डिजिटल रूप में कर सकेंगे। डिजिटल पंचनामा की ट्रैकिंग, मॉनिटरिंग रियल टाइम में कंपनी के अधिकारी रख सकेंगे। फिलहाल के समय में बिजली वितरण कंपनी के अधिकारी-कर्मचारी लिखकर पंचनामा तैयार करते हैं, जिसमें काफी वक्त भी लगता है।पंचनामे में सारी डिटेल डिजिटलतोमर ने बताया डिजिटल पंचनामे की IT सेक्शन के सहयोग से ट्रेनिंग दी जा चुकी है, ताकि एप चलाने के दौरान कर्मचारियों-अधिकारियों को आसानी हो। इस डिजिटल, पेपर लैस पंचनामे में सारी डिटेल डिजिटल फॉर्मेट में दर्ज की जाएगी। एप में डाटा दर्ज होने के बाद उसके आगे की प्रोसेस पर भी अधिकारी नजर रख सकेंगे।साइबर फ्रॉड से बचे ग्राहक – कंपनी की अपीलसाइबर के माध्यम से फ्रॉड करने वाले सक्रिय है। इसे देखते हुए बिजली कंपनी ने अपने सभी उपभोक्ताओं से अपील की है कि वह बिजली कंपनी के अधिकृत गेटवे MPSEBW से आने वाले SMS को ही वैध मानें। इसी के अनुरूप बिजली कंपनी के जोन, वितरण केंद्र, पेटीएम, फोन पे, गूगल पे, ऊर्जस एप, कंपनी के पोर्टल MPWZ.CO.IN, क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड, एमपी ऑनलाइन आदि के माध्यम से पेमेंट करे।
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