चंडीगढ़: सीएम भगवंत मान और राघव चड्ढा।पंजाब से राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा की नियुक्ति का मामला पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट पहुंच गया है। एडवोकेट जगमोहन भट्टी ने इसके खिलाफ हाईकोर्ट में पिटीशन दायर की है। उन्होंने इस नियुक्ति को असंवैधानिक करार देते हुए रद्द करने की मांग की है।हाईकोर्ट इस पर जल्द सुनवाई कर सकती है। एडवोकेट भट्टी ने पिटीशन में पंजाब सरकार के साथ आम आदमी पार्टी सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल, सांसद राघव चड्ढा और पंजाब के सीएम भगवंत मान को पार्टी बनाया है।चेयरमैन बनाने के बाद सीएम भगवंत मान ने राघव चड्ढा को गले लगाकर बधाई दी।सरकार का दावा, राजस्व चोरी रोक वित्तीय हालत सुधारेंगे चड्ढापंजाब सरकार ने हाल ही में सरकार को लोकहित के मुद्दों पर सलाह देने के लिए एडवाइजरी बोर्ड बनाया है। जिसका चेयरमैन राघव चड्ढा को बनाया गया है। सरकार का तर्क है कि इससे कामकाज में तेजी आएगी। वहीं चार्टेड अकाउंटेंट राघव चड्ढा की नियुक्ति से पंजाब में राजस्व चोरी रोककर वित्तीय हालत सुधरेगी। चड्ढा दिल्ली में वित्त मंत्री मनीष सिसोदिया के सलाहकार रहते यह काम कर चुके हैं।सियासी विरोध भी हो रहाराघव चड्ढा दिल्ली से विधायक थे। हालांकि पंजाब विस चुनाव में आम आदमी पार्टी 117 में से 92 सीटें जीत गई। सरकार बनी तो चड्ढा ने दिल्ली में MLA पद छोड़ दिया। उन्हें आप ने पंजाब से राज्यसभा में भेज दिया। जिसके बाद अब उन्हें अंतरिम सलाहकार कमेटी का चेयरमैन बना दिया। जिसका सियासी विरोध भी हो रहा है। उनका कहना है कि अप्रत्यक्ष तरीके से पंजाब पर दिल्ली का राज होगा। विपक्षी तंज कस रहे कि AAP सरकार को पंजाब के 92 विधायकों और दूसरे नेताओं में कोई काबिल व्यक्ति नहीं मिला, जिसे चेयरमैन लगाया जा सकता था।
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