पंजाब में NIA के नाम पर कथित रूप से जारी किए गए कुछ भ्रामक संदेश विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रसारित हैं। इन पर संज्ञान लेते हुए एनआईए ने इन संदेशों को झूठा बताए हुए चेतावनी जारी की है। NIA ने स्पष्ट किया गया है कि ऐसा कोई संदेश जारी नहीं किया है। इस तरह के संदेश पूरी तरह से नकली और दुर्भावना पूर्ण हैं और जनता को गुमराह करने के लिए एक शरारती योजना का हिस्सा हैं।सोशल मीडिया पर यह संदेशसोशल मीडिया पर प्रसारित हो रही इन सूचनाओं में एनआईए का नंबर और ईमेल आईडी का हवाला देकर कहा गया है ‘आपकी जानकारी के अनुसार आतंकी मुसलमानों की रिपोर्ट करने के लिए एक विशेष नंबर…जो मुसलमान सर से तन को जुदा का नारा लगाता दिखाई दे जाए, फेसबुक कमेंट या ट्विटर पर कहीं भी, सीधा उसका स्क्रीनशॉट लें, लिंक कापी करें और इस नंबर पर कॉल करें। नीचे एनआईए का लैंड लाइन नंबर और ईमेल आईडी दी गई है। साथ ही लिखा है कि आपकी पहचान गुप्त रखी जाएगी’।एनआई की ओर से जारी चेतावनी संदेश।पहले सामने आई थी IS की साजिशएनआईए ने स्पष्ट किया है कि पिछले साल की गई जांच के दौरान यह पता चला था कि आईएस (इस्लामिक स्टेट) की साजिश के तहत भोले-भाले युवाओं को निशाना उन्हें कट्टरपंथी बनाना है। तदनुसार सितंबर 2021 में एक अपील की गई थी कि ऐसी किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना एनआईए सहित अधिकारियों को उसके लैंडलाइन नंबर 011 24368800 पर दी जा सकती है।लोगों से गुमराह न होने की अपीलएनआईए ने सोशल मीडिया पर प्रसारित हो संदेशों को लेकर लोगों से अपील की है कि इस तरह के फर्जी और झूठे मैसेज से गुमराह न हों। हालांकि, आतंकवादी गतिविधियों और तत्वों के बारे में जानकारी साझा करके हमारे देश और उसके लोगों को आतंकवाद से बचाने के लिए एनआईए का सहयोग करने के लिए उनका स्वागत है।
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