दिवाली पर किसानों की हुई ‘धनवर्षा’! CM मोहन यादव ने बटन दबाकर ट्रांसफर किए ₹265 करोड़ रुपये, बंपर सौगात से खुशी की लहर
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने दिवाली से एक दिन पहले प्रदेश के किसानों को बड़ी राहत दी. उन्होंने उज्जैन के तराना में अतिवृष्टि से पीड़ित किसानों के खातों में 265 करोड़ रुपये की राहत राशि ट्रांसफर की. इसके अलावा उन्होंने 29 लाख बहनों के खातों में गैस सिलेंडर रीफिल के लिए 45 करोड़ रुपये सिंगल क्लिक से ट्रांसफर किए. इस अवसर पर प्रदेश के मुखिया ने 31 करोड़ रुपये की लागत के 30 विकास कार्यों का भूमिपूजन-लोकार्पण किया और कई घोषणाएं भी की.
सीएम यादव ने कहा कितराना से आगर तक एक नई सड़क बनेगी, कायथा में नया कॉलेज बनेगा, मक्सी में टू लेन रोड फॉर लेन होगी. इसके अलावा जो किसान प्राकृतिक फसल उगाएगा, प्राकृतिक खेती करेगा, उसका विशेष पंजीयन होगा. सरकार उसे विशेष अनुदान देगी. तराना और आसपास के युवाओं को रोजगार देने के लिए 8 हजार करोड़ का नया कारखाना स्थापित किया जा रहा है. इससे हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा.
पीएम मोदी के नेतृत्व में सब बेहतर
उन्होंने कहा कि शिवपुरी-गुना-अशोकनगर में किसानों ने फसल बोई, लेकिन बाढ़ की वजह से वह उगी नहीं. सरकार ने कहा कोई बात नहीं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में यह सरकार इतनी सक्षम है कि जैसे ही बाढ़ का पानी उतरा, वैसे ही किसानों को राहत राशि प्रदान कर दी. यह प्रदेश के इतिहास में पहली बार हुआ. ये किसानों के लिए हमारी प्रतिबद्धता है.
उन्होंने कहा कि हमारा किसान सूखा-पाला-बाढ़-आंधी-तूफान में खेत में मेहनत करके लोगों की जरूरत पूरा करता है. कभी-कभी परमात्मा परीक्षा भी लेते हैं. कभी बारिश ज्यादा हो जाती है, कभी पीला मोजेक हो जाता है, कभी किसी और वजह से फसल खराब हो जाती है. लेकिन, इसमें घबराने की कोई बात नहीं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमारी सरकार ने पहली बार पीला मोजेक से खराब हुई फसलों के लिए भी किसानों को राहत राशि दी है. हमारी सरकार सभी की मदद करने के लिए तैयार है.
कांग्रेसियों पर जमकर बरसे
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि 1947 के बाद से कांग्रेस ने लगातार सरकार चलाई. लेकिन, किसान सम्मान निधि भाजपा सरकार ने दी. 6 हजार तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दे रहे हैं, 6 हजार राज्य सरकार दे रही है. कांग्रेसी बताएं कि कब उन्होंने किसान सम्मान निधि दी है. कांग्रेस ने किसानों को फूटी कौड़ी नहीं दी. ये हमारी सरकार और प्रधानमंत्री मोदी का नेतृत्व है जो किसानों के लिए लगातार मेहनत कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि लाड़ली बहनों को भी कांग्रेस ने एक रुपया नहीं दिया. हमारी सरकार ने 1 हजार रुपये योजना शुरू की. उस वक्त भी कांग्रेसी प्रलाप ही करते थे कि बीजेपी कहां से लाएगी, ये पैसे चुनाव तक ही मिलेंगे. आज योजना को दो साल हो रहे हैं. चुनाव के वक्त एक हजार रुपये से योजना शुरू की थी, 2024 में ढाई सौ रुपये दिए और बहनों को 1250 रुपये दिए. उन्होंने कहा कि रक्षाबंधन पर बहनों को 1250 अलग और 250 अलग दिए. अबकी बार भाईदूज के बाद से बहनों को 1500 रुपये देना शुरू करेंगे.
किसानों के लिए नई योजना
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि अब तराना में भी पार्वती-काली सिंध-चंबल का पानी मिलेगा. आगर-मालवा का भी समय बदला है. कांग्रेस के शासनकाल में खेत सूखे पड़े थे, बिजली के तार-खंभे थे, लेकिन करंट नहीं था. साल 2002 तक बंटाधार की सरकार में हालात खराब थे. 1956 में मध्यप्रदेश बना. उस वक्त किसानों को डीजल भरवाने लाइन में लगना पड़ता था. उन्हें जनरेटर में डीजल डालकर पानी की व्यवस्था करनी होती थी, लेकिन आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की वजह से आज हमारे पास बिजली की कोई कमी नहीं है. अब तो हम किसानों के लिए नई योजना लेकर आए हैं.
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मेरी किसानों से अपील है कि वे फसलों को उगाने के साथ-साथ दूध उत्पादन और पशुपालन से भी जुड़ें. आप 25 लाख वाला 40 लाख का प्रस्ताव लाएंगे, तो उसमें दस लाख सरकार देगी. गाय भी आपकी, दूध भी आपका होगा. गाय के गोबर से खाद का इतंजाम कर किसान जैविक खेती करे. जो किसान प्राकृतिक फसल उगाएगा, प्राकृतिक खेती करेगा, उसका विशेष पंजीयन होगा. सरकार उसे विशेष अनुदान देगी.
काका-काकी का सीएम ने किया अभिनंदन
सीएम डॉ. मोहन यादव ने कहा कि माकड़ोन में कॉलेज बन रहा है. मैं मंच पर काका शिव पाटीदार और काकी लक्ष्मी पाटीदार का अभिनंदन करता हूं. इन्होंने बच्चों के कॉलेज के लिए अपनी जमीन दे दी. ऐसे लोगों की वजह से ही विकास के काम हो पाते हैं. भगवान राम ने वनवास के 11 साल चित्रकूट में गुजारे. हमारी और उत्तर प्रदेश सरकार चित्रकूट के धाम को भी अद्भुत बनाने वाली है. हम ओरछा का धाम भी विशेष बना रहे हैं. भविष्य में होने वाला सिंहस्थ उज्जैन और प्रदेश की नई गाथा लिखेगा. मैं आप सभी को दीपावली की बहुत-बहुत बधाई देता हूं.